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धनंजय को बेल मिलने से कृपा की राह हुई कठिन! …बाहुबली की पत्नी श्रीकला लड़ रही हैं चुनाव

मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ
जौनपुर की जेल में बंद पूर्व सांसद और बाहुबली धनंजय सिंह को कल शनिवार को हाई कोर्ट ने बेल दे दी। इससे जौनपुर से चुनाव लड़ रहे भाजपा प्रत्याशी कृपा शंकर सिंह की राह कठिन हो गई है। इसका कारण है कि धनंजय सिंह की पत्नी वहां से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। धनंजय पर आरोप लगाया गया था कि वे जौनपुर की जेल से ही पत्नी का चुनाव प्रचार संचालित कर रहे हैं इसलिए उन्हें कल सुबह बरेली जेल शिफ्ट किया गया था। मगर अब बेल मिलने के बाद धनंजय सिंह खुलकर पत्नी के लिए प्रचार कर सकते हैं, जिससे कृपा शंकर सिंह की मुश्किलें निश्चित ही बढ़नेवाली हैं।
बता दें कि कल सुबह आठ बजे धनंजय को बरेली जेल शिफ्ट कर दिया गया। पुलिस के मुताबिक शासन के आदेश पर उन्हें वहां शिफ्ट किया गया है। इसके बाद उन्हें हाई कोर्ट से जमानत दी गई। धनंजय पिछले छह मार्च से जौनपुर के जिला जेल में बंद थे। उनकी पत्नी श्रीकला जौनपुर संसदीय क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी की प्रत्याशी हैं। उनके चुनाव में आने के बाद भाजपा प्रत्याशी महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्य मंत्री कृपाशंकर सिंह की हालत खराब हो गई। अब धनंजय कों बेल मिलने के बाद ऐसी भी अटकलें हैं कि अपने प्रत्याशी की मुश्किल बढ़ती देख किसी दूसरे मामले में धनंजय की फिर से गिरफ्तारी की जा सकती है। बता दें कि पहले धनंजय सिंह स्वयं ही यहां से लोकसभा का चुनाव लड़ने की तैयारी में थे लेकिन एक मामले में सात साल की सजा होने के बाद उनके चुनाव लड़ने पर ग्रहण लग गया। धनंजय सिंह को अपहरण और रंगदारी के मामले में जज शरद चंद त्रिपाठी की कोर्ट ने सजा सुनाई थी। वादी अभिनव सिंघल ने १० मई २०२० को लाइन बाजार थाने में पूर्व सांसद धनंजय सिंह समेत दो के खिलाफ अपहरण और रंगदारी की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। इस मामले में वो तीन माह से जिला जेल जौनपुर में रहे। इसके बाद उनकी जमानत हो गई। मामले में पुलिस ने विवेचना करके तीन माह के अंदर कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर दिया। कोर्ट ने दो अप्रैल २०२२ को धनंजय और सहयोगी पर आरोप तय किए थे। इसके बाद १३० तारीखों की सुनवाई के बाद पांच मार्च २०२३ को धनंजय समेत दो को दोषी पाया गया। इसके बाद छह मार्च २०२४ को सजा हो गई। पुलिस अधीक्षक डॉ. अजय पाल शर्मा ने बताया कि शासन के आदेश के अनुरूप यह कार्रवाई की गई है।

 

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