मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ
लोकसभा चुनाव 2024 के लिये दो चरणों के मतदान के बाद तीसरे चरण में 7 मई को आगरा के फतेहपुर सीकरी में मतदान है।अधिकृत प्रत्याशी का विरोध करने वाले विधायक से डरा भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व चुनाव प्रचार थमने के दिन अपने विधायक को नोटिस जारी कर 24 घण्टे में स्पष्टीकरण मांगा है। जबकि भाजपा विधायक चौधरी बाबू लाल शुरू से ही भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी का सीना ठोंक कर विरोध कर रहे हैं। भाजपा से बगावत के बाद निर्दलीय लोकसभा चुनाव लड़ रहे विधायक बाबू लाल के बेटे रामेश्वर चौधरी को पार्टी से निष्काषित कर विधायक को बाहर करने की अंतिम धमकी दिया, लेकिन विधायक लगातार भाजपा के विरोध में डंटे हुये हैं। थक हार कर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
आगरा की फतेहपुर सीकरी सीट पर भाजपा दो फाड़ हो गई थी। यहां से विधायक चौधरी बाबूलाल ने फतेहपुर सीकरी से मौजूदा सांसद और भाजपा प्रत्याशी राजकुमार चाहर का खुला विरोध कर रहे हैं।
विधायक ने भाजपा प्रत्याशी के विरोध में अपने ही बेटे रामेश्वर चौधरी को निर्दलीय नामांकन करवाकर भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ प्रचार शुरू किया था। इसको लेकर कई बार पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह अपने विरोध पर अड़े रहे। इसी बीच दो मई को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह ने भाजपा विधायक चौधरी बाबूलाल के बेटे रामेश्वर चौधरी को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। 5 मई को भाजपा अध्यक्ष ने चौधरी बाबू लाल को अंतिम नोटिस भेज दिया है।
फतेहपुर सीकरी लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी एवं सांसद राजकुमार चाहर के खिलाफ बगावत करके निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले विधायक पुत्र रामेश्वर सिंह को प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह ने पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। भाजपा अध्यक्ष ने जारी निष्कासन आदेश में लिखा है कि निर्दलीय चुनाव लड़ने तथा संगठन की मर्यादा के प्रतिकूल आचरण किये जाने पर पार्टी से निष्कासित किया जाता है। पार्टी ने यह कार्रवाई मतदान से महज पांच दिन पहले की है लेकिन बागी उम्मीदवार के पिता विधायक चौधरी बाबूलाल पर कार्रवाई को लेकर भाजपा हाईकमान अभी पशोपेश में है।
सूत्रों के मुताबिक पार्टी नेताओं का मानना है कि विधायक के खिलाफ कार्रवाई किये जाने से बागी उम्मीदवार के पक्ष में सहानुभूति पैदा हो सकती है। इसलिए अभी विधायक पर एक्शन लेने से बचा जा रहा है, लेकिन मतदान से एक दिन पहले उनके खिलाफ भी कार्रवाई कर दी गयी।उल्लेखनीय है कि भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ हुई पंचायत में विधायक चौ. बाबूलाल भी उपस्थित रहे थे और राजकुमार चाहर के स्थान पर किसी अन्य को टिकट देने की मांग की थी। अब चौधरी बाबूलाल खुद भी दल बल के साथ अपने पुत्र रामेश्वर सिंह के चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं।