कुछ हो रहा आभास सा
लगता हो रहा विश्वास सा
ढूंढ़ने लगे अनुरागी मन
मिलने लगा आश्वासन
पूर्ण हो या अर्ध हो
कार्य को अंजाम देना है अनिवार्य
शपथ लेना सत्यनिष्ठा से काम लेना
करते बनते चलते रहना
अनुष्ठान से होगा आदान-प्रदान
जीवन करता रहेगा अपना भुगतान
वक़्त करता रहेगा अपना अनुदान
कोशिश करना भय से खौफ न खाना
मत लगाना व्यर्थ अनुमान
प्रकाश आएगा समय अनुसार
क्या है जीवन का प्रकार आकार
सिर्फ करना प्रयास अभ्यास
या फल प्राप्ति का भी होना आभास
भरपूर पोटली आती कुछ कंकर कुछ पोतियां लाती
मिलता उसको जो होता जिसका हकदार।
-अन्नपूर्णा कौल, नोएडा