सामना संवाददाता / मुंबई
महानगर में ऑटो वालों की अड़ीबाजी कोई नई बात नहीं है। अब उनकी ये अड़ीबाजी उनके आड़े आ गई है। कभी कुछ ऑटो वाले मीटर तेज कर देते हैं तो कभी वे यात्रियों को जाने से मना कर देते हैं। कुछ ऑटोवाले फिक्स में ज्यादा किराया वसूलते हैं। इनकी काफी शिकायतें पुलिस व आरटीओ में की गई थीं। अब एक ड्राइव में १५ दिनों में ५० हजार ऑटो चालकों को जुर्माने की चपत लगी है।
गर्मी के इस मौसम में ऑटो चालकों की मनमानी से यात्री काफी परेशान हैं। कई यात्रियों को स्टेशन पर ऑटो रिक्शा के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है। स्टेशन के बाहर रिक्शा चालक बताई हुई जगह पर जाने के लिए मना करते हैं, जिसकी वजह से लोगों को बहुत ज्यादा इंतजार करना पड़ता है। ऐसे में यात्रियों को ऑटो रिक्शा और टैक्सी खोजने में काफी दिक्कतें होती हैं। करीब ८० फीसदी ऑटो वाले यात्रियों को जरूरत के वक्त न बोल देते हैं। बांद्रा स्टेशन से बीकेसी जाने में तो ये चालक यात्रियों को खूब लूटते हैं। रिक्शा चालक खुलेआम नियमों का उल्लंघन करते हैं और अत्यधिक किराए की मांग करते हैं।
शेयरिंग रिक्शा के लिए लंबा इंतजार
मुंबई में शेयरिंग रिक्शा के लिए यात्रियों को काफी लंबा इंतजार करना पड़ता है। इसके अलावा कुछ निर्धारित शेयरिंग गंतव्य पर मीटर वाले रिक्शा नहीं जाते। इस वजह से यात्रियों के पास कोई विकल्प नहीं बचता है। कांदिवली वेस्ट से पोइसर की तरफ दिन से लेकर रात तक मीटर रिक्शा वाले जाने से इनकार कर देते हैं। गत ४ मई को सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर एक पोस्ट काफी चर्चित हुआ और केवल २४ घंटों के भीतर ६६,००० से अधिक बार देखा गया। ऑटो की तस्वीर के साथ पोस्ट में यात्रियों की दुर्दशा पर प्रकाश डाला गया क्योंकि ऑटो चालक नियमों का उल्लंघन कर रहे थे और मानक दरों से कहीं अधिक किराए की मांग कर रहे थे। इस चल रही समस्या को लेकर यातायात पुलिस विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि ऑटो चालकों के खिलाफ निरंतर कार्रवाई की जा रही है। हालिया कार्रवाई में १५ दिन के भीतर ५० हजार से अधिक रिक्शा चालकों को दंडित किया गया है। राज्य परिवहन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यात्रियों से सहयोग करने और अधिक कीमत वसूलने या भुगतान करने से इनकार करने के प्रत्येक मामले की रिपोर्ट करने का आग्रह किया।
हेल्पलाइन पर शिकायत करें
यदि आपको ‘चलने से इनकार’ का सामना करना पड़ता है, तो आपको चालक को विनम्रतापूर्वक याद दिलाना चाहिए कि उसे इनकार करने की अनुमति नहीं है। यदि चालक ध्यान नहीं देता है तो आप हेल्पलाइन नंबर १०० पर कॉल कर सकते हैं। इसके अलावा, शिकायत दर्ज करने के लिए यात्री पंजीकरण संख्या, स्थान, समय और यदि संभव हो तो एक तस्वीर सहित घटना का विवरण निम्नलिखित नंबरों पर व्हॉट्सऐप पर भेज सकते हैं।
वडाला
९१५२२४०३०३
अंधेरी
९९२०२४०२०२
बोरीवली
८५९१९४४७४७
रोजाना घर पहुंचने के लिए ट्रेन के बाद ऑटो के लिए एक लंबा इंतजार करना पड़ता है। ऐसे में रिक्शा चालक आने से कतराते हैं। रोजाना मुझे काफी ज्यादा समय इंतजार करना पड़ता है। ८० फीसदी चालक जाने से मना कर देते हैंै।
-सुशील कुमार मिश्र, मुंबई