तलवार से किए दर्जनों वार
हाथ कटा, सिर में गंभीर जख्म
अस्पताल में जीने के लिए संघर्ष कर रही है पीड़िता
सामना संवाददाता / मुंबई
एक दशक पहले दिल्ली के निर्भयाकांड ने पूरे देश को दहला दिया था। एक छात्रा के साथ आरोपियों ने गैंगरेप के बाद इस हद तक दरिंदगी की थी कि देखने और सुनने वालों का कलेजा कांप उठा था। अब राजस्थान में भाजपा सरकार के राज में ऐसी ही एक घटना सामने आई है, जिसमें छात्रा के साथ दरिंदगी की गई है।
मिली जानकारी के अनुसार, राजस्थान के बांसवाड़ा गैंगरेप के बाद एक छात्रा पर जानलेवा हमला किया गया। गांव में ५ मई की रात को एक घर में शादी की तैयारी चल रही थी। हल्दी की रस्म होनी थी। लिहाजा, पास में रहने वाली वो छात्रा अपने दो छोटे भाइयों और पिता के साथ रात ८ बजे वहां पहुंची थी। एफआईआर के मुताबिक, इसके बाद वो लड़की अकेली रात के दो बजे अपने घर की तरफ जा रही थी, तभी उसके घर से करीब तीन-चार सौ मीटर की दूरी पर पुलिया के पास दो लड़के बाइक पर सवार होकर वहां पहुंचे और लड़की का रास्ता रोक लिया। इसके बाद उन दोनों लड़कों ने जबरन लड़की को पकड़ लिया और उसके साथ बारी-बारी से बलात्कार किया। इसके बाद एक लड़के ने तलवार से लड़की पर हमला करना चाहा, लेकिन किसी तरह से वो वहां से भाग निकली। लड़की आगे भाग रही थी और दोनों आरोपी उसका पीछा कर रहे थे। थोड़ी दूर जाने के बाद वो लड़की अंधेरे में एक गड्ढे में जा गिरी, तभी दोनों आरोपी भी वहां पहुंचे और तलवार से लड़की पर वार किया। लड़की ने खुद को बचाने के लिए हाथ सिर के ऊपर किए तो उसकी हथेली कट गई और दाहिने हाथ की दो उंगलियां और अगूंठा भी कटकर अलग हो गया। वो खून से लहूलुहान हो गई, लेकिन हमलावर नहीं रुके। इसके बाद उन्होंने लड़की के सिर पर भी तलवार से वार कर उसे जख्मी कर दिया। वो दर्द से तड़पती रही और मदद के लिए चीखती रही। वारदात को अंजाम देकर दोनों आरोपी मौके से फरार हो गए। इसके बाद किसी ने लहूलुहान लड़की को देखकर गांववालों को जानकारी दी। तब लड़की ने परिवारवालों को आपबीती सुनाई और फिर उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। लेकिन उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे उदयपुर रेफर कर दिया गया। वारदात की जानकारी मिलने के बाद पुलिस हरकत में आई। पुलिस ने लड़की का मेडिकल कराने के बाद धारा १६४ के तहत उसका बयान दर्ज किया है।
पुलिस के मुताबिक, मुख्य आरोपी बी.एस.टी.सी. द्वितीय वर्ष में अध्यनरत है, जबकि १९ साल की पीड़िता बी.ए. प्रथम वर्ष की छात्रा है। पीड़िता और आरोपी एक-दूसरे को पिछले पांच वर्षों से जानते हैं। आरोपी पीड़िता से शादी करना चाहता था, लेकिन पीड़िता के परिवार वाले शादी से इनकार कर रहे थे। कुछ दिन पहले भी पीड़िता ने उससे शादी करने से इनकार कर दिया था, जिस पर आरोपी नाराज हो गया था। इस मामले की जांच पुलिस उप अधीक्षक सूर्यवीर सिंह राठौड़ के नेतृत्व में की जा रही है।