रमेश सर्राफ धमोरा
झुंझुनू
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अमेठी व छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को रायबरेली का विशेष पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। लोकसभा चुनाव संपन्न होने तक अशोक गहलोत अमेठी में ही रहकर कांग्रेस प्रत्याशी को जिताने के लिए काम करेंगे। अशोक गहलोत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं तथा पूर्व में कांग्रेस के उत्तर प्रदेश प्रभारी रह चुके हैं। गहलोत के अनुभव को देखते हुए ही कांग्रेस अध्यक्ष ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। अमेठी लोकसभा सीट से २०१९ के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से चुनाव हार गए थे। इस बार राहुल गांधी केरल की वायनाड सीट के साथ ही उत्तर प्रदेश में रायबरेली सीट से भी चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस पार्टी अपनी परंपरागत अमेठी सीट को फिर से जीतना चाहती है इसीलिए गहलोत जैसे वरिष्ठ व अनुभवी नेता को वहां तैनात किया है। अशोक गहलोत का कहना है कि कांग्रेस आलाकमान ने उन पर जो विश्वास किया है, उस पर वह खरा उतरेंगे तथा अमेठी सीट से कांग्रेस प्रत्याशी को विजयी बनाएंगे।
स्कूलों में बैन होगा मोबाइल
राजस्थान के सरकारी स्कूलों की शिक्षा में गुणवत्ता के लिए अब शिक्षकों पर सख्ती बरती जाएगी। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने ड्यूटी समय में शिक्षकों के मोबाइल फोन इस्तेमाल करने और परिसर छोड़कर जाने की शिकायतों पर सख्त रुख अख्तियार किया है। उन्होंने कहा कि स्कूल शिक्षा में जो पहले से आदेश, निर्देश और नियम बने हुए हैं, उन सब की पालना करने का प्रयास कर रहे हैं। सभी विद्यालय में वातावरण ठीक करने के लिए कोशिश कर रहे हैं कि कोई भी अध्यापक स्कूल समय में पूजा करने या नमाज पढ़ने के नाम पर विद्यालय न छोड़े। यदि उसे जाना है तो छुट्टी लेकर जाए। बाकायदा रजिस्टर में दर्ज होगा कि शिक्षक छुट्टी लेकर गया है। बिना सूचना के यदि कोई अध्यापक स्कूल छोड़ेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा मंत्री ने चेताया कि ऐसे अध्यापकों पर निलंबन से लेकर बर्खास्त करने तक की कार्रवाई कर सकते हैं। स्कूल समय में केवल प्रिंसिपल का मोबाइल खुला रहेगा, ताकि कोई इमरजेंसी हो जाए तो प्रिंसिपल के फोन पर सूचना दी जा सके। मोबाइल के कारण बच्चों की पढ़ाई का नुकसान नहीं होगा।
राजस्थानी संभालेंगे कमान
लोकसभा चुनाव के तीन चरण का मतदान हो चुका है। अब बचे हुए अगले चार चरण के मतदान के चुनावी अभियान को धार देने के लिए कांग्रेस ने भाजपा के गढ़ में कांग्रेस को मजबूत करने की जिम्मेदारी राजस्थान के कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को सौंपी है। इसके साथ ही अब चुनौती वाली एक-एक सीट पर खास रणनीति के तहत राजस्थान के दिग्गज नेताओं को चुनाव प्रबंधन का जिम्मा सौंपा गया है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अमेठी लगाया गया है। वहीं छत्तीसगढ़ के प्रभारी महासचिव और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को उत्तर-पूर्वी दिल्ली की सीट पर कन्हैया कुमार की नैया पार लगाने का जिम्मा दिया गया है। उनके सामने भाजपा के मनोज तिवारी मैदान में हैं। दिल्ली की चांदनी चौक सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी जेपी अग्रवाल के हाथ मजबूत करने के लिए राजस्थान के पूर्व विधानसभा स्पीकर डॉ. सीपी जोशी को जिम्मेदारी दी गई है। पूर्व मंत्री हरीश चौधरी को पंजाब को विशेष पर्यवेक्षक बनाया गया है। हरीश चौधरी पूर्व में पंजाब के प्रभारी रह चुके हैं। गोविंद सिंह डोटासरा, टीकाराम जूली सहित कई अन्य नेताओं को हरियाणा में स्टार प्रचारक बनाया गया है।
(लेखक राजस्थान सरकार से मान्यता प्राप्त स्वतंत्र पत्रकार हैं।)