नागमणि पांडेय / मुंबई
मुंबई क्राइम ब्रांच ने राजस्थान के जोधपुर में छापेमारी करते हुए एमडी ड्रग्स फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। इस फैक्ट्री से करीब १०७ करोड़ रुपए की ड्रग्स जब्त कर चार लोगों को गिरफ्तार भी किया है। साकीनाका पुलिस को जानकारी मिली थी कि जोधपुर में एमडी ड्रग्स फैक्ट्री शुरू है, जहां से ड्रग्स की सप्लाई मुंबई सहित कई राज्यों में की जा रही है। पुलिस की टीम और क्राइम ब्रांच ने जोधपुर में छापेमारी करते हुए ड्रग्स जब्त किया है। मौके से डेढ़ किलो एमडी ड्रग्स और ६७ किलो केमिकल व कच्चा माल मिला है। पुलिस ने फैक्ट्री का संचालन करने वाले भारमल जाट (४०) को गिरफ्तार किया है। बता दें कि इसके पहले भी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ऑफ इंडिया और गुजरात एटीएस की टीम ने शनिवार को सुबह चार बजे राजस्थान-गुजरात में २३० करोड़ का ड्रग्स पकड़ा था। टीम ने राजस्थान के छह सहित कुल १३ लोगों को गिरफ्तार किया।
एमडी एक ग्राम ड्रग्स की कीमत १५,००० रुपए
एमडी ड्रग म्याऊं म्याऊं पूरी तरह सिंथेटिक ड्रग है। ये लैब में केमिकल से तैयार होती है। यह नशे के कारोबार का सबसे महंगा नशा बन चुका है। मणिपुर के रास्ते जोधपुर जिले तक ये सिंथेटिक ड्रग म्याऊं-म्याऊं पहुंच रही है। युवा इसे किसी भी खाने के पदार्थ में मिलाकर आसानी से ले रहे हैं। खासतौर पर इसे गुटखे के पाउच में मिलाकर युवा चबाते हुए नशा करते हैं। ड्रग जानकारों के अनुसार, इस ड्रग को सूंघकर और पानी में मिलाकर भी लिया जाता है। नशे के बाजार में इस तरह की एक ग्राम ड्रग की कीमत एक हजार से १५,००० रुपए तक है। इसे लेने के बाद मदहोशी आती है। ज्यादा मात्रा में जानलेवा हो सकता है।