रामदिनेश यादव
लोकसभा के चौथे चरण के लिए मतदान हुआ है। राज्य की ११ लोकसभा सीटों पर चुनाव आयोग के नियमानुसार मतदान हुआ, लेकिन मतदान में काफी गड़बड़ियां सामने आई हैं। कहीं मतदाताओं के नाम गायब थे, तो मतदान की इच्छा के बाद भी मतदाताओं की उंगलियों पर स्याही के निशान नहीं लगे। इसे लेकर लोगों में नाराजगी दिखी। इस चुनावी महासंग्राम में यह भी चुनाव को प्रभावित करने अथवा गड़बड़ी करने का एक कारण हो सकता है।
जानी-मानी गायिका सावनी रवींद्र ने सोशल मीडिया पर अपना अनुभव भी साझा किया। सावनी ने मतदान न कर पाने पर निराशा व्यक्त की। सावनी ने कहा कि वो मतदान किए बगैर ही लौट आई, क्योंकि उन्हें अधिकारियों की ओर से मतदान करने की अनुमति नहीं दी गई थी। ऐसी सावनी ही नहीं हजारों लोग हैं, जिन्हें प्रशासन की खामियों के चलते मतदान करने के अधिकार से वंचित रखा गया है। सावनी ने तो अपनी बात सोशल मीडिया के जरिए कह दी लेकिन देश मे लाखों लोग हैं, जिन्हें शिकायत तक करने नहीं आई।
राज्य की ११ लोकसभा सीटें नंदुरबार, जलगांव, रावेर, जालना, छत्रपति संभाजीनगर, मावल, पुणे, शिरूर, नगर, शिरडी, बीड लोकसभा सीटों पर हुए मतदान में कई जाने-माने लोग अपने परिवार के साथ मतदान करने पहुंचे थे। कई मशहूर हस्तियों ने भी अपने परिवार के साथ मतदान किया। लेकिन कुछ मतदाता सूची में नाम नहीं होने के कारण मतदान से वंचित रह गए, जिसे लेकर उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जताई। राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता गायिका सावनी रवींद्र को भी कुछ ऐसा ही अनुभव हुआ है।
क्या हुआ था?
सावनी ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट पर कहा कि पिछले कई दिनों से सभी ऑनलाइन पोर्टल पर वोटर लिस्ट में नाम ढूंढ़ने की कोशिश के बावजूद नाम नहीं मिल पा रहा था। आखिरकार मैं मतदान केंद्र पर गई और नाम ढूंढ़ने की कोशिश की, लेकिन अंत तक मुझे नाम नहीं मिल सका। सावनी ने कहा कि (उसी स्थान पर जहां मैं कई वर्षों से मतदान कर रही हूं) हमारे परिवार के अन्य सभी सदस्यों का नाम था, लेकिन मेरा नहीं था। उन्होंने आगे कहा कि वह खुद वहां चुनाव अधिकारियों से मिलीं और पूछा कि क्या वैकल्पिक रूप से मतदान कर सकती है। इस बारे में पूछा लेकिन उन्होंने मना कर दिया और बिना वोट दिए वापस लौटना पड़ा। सावनी ने कहा कि यह बेहद अफसोसजनक है। इससे मुझे लगता है कि कुछ तो गड़बड़ी हुई है।