सामना संवाददाता / मुंबई
लोकसभा चुनाव शुरू हो चुके हैं, मुंबई में २० मई को चुनाव होने हैं। दक्षिण-मध्य मुंबई सीट पर शिंदे गुट को शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष से झटका लग सकता है। यहां शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष से महाविकास आघाड़ी के प्रत्याशी अनिल देसाई जोरदार तरीके से प्रचार में जुटे हुए हैं। जनता का भी उन्हें खूब प्रतिसाद मिल रहा है। प्रचार के दौरान मीडिया से बात करते हुए अनिल देसाई ने कहा कि शिवसेना से गद्दारी करनेवालों से पूरे महाराष्ट्र की जनता नाराज है। उनके द्वारा क्षेत्र के विकास में कोई योगदान नहीं होने से उसके खिलाफ लोगों में तीव्र नाराजगी है। केंद्र सरकार के संदर्भ में उन्होंने कहा कि सरकार बड़ी-बड़ी घोषणाएं कर रही है, लेकिन अब तक वास्तव में लोगों तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंच नहीं पाया है, जिसे लेकर लोगों में गुस्सा है। क्षेत्र के सांसद का काम होता है कि क्षेत्रीय जनता को केंद्र सरकार की योजनाओं से जोड़ने का प्रयास करें, लेकिन हमारे क्षेत्र में ऐसा कुछ भी नहीं दिखाई दे रहा है। लोगों में शिंदे गुट के खिलाफ गुस्सा साफ तौर पर देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि महंगाई तो इतनी बढ़ गई है कि लोगों में एडजस्ट करने की क्षमता अब जवाब देने लगी है। क्षेत्र में लोगों को बिजली, पानी आदि जरूरत की चीज देनी होगी। लोगों को एक गड्ढे से निकालकर दूसरे गड्ढे में डाल दिया जाता है। यह विकास नहीं बल्कि विनाश है। सरकारी अस्पतालों का हाल वही है वहां पर दवाइयां नहीं हैं, बेड नहीं हैं, आधुनिक सुविधाएं नहीं है, स्वच्छता नहीं है। इन दिनों महाराष्ट्र की स्वास्थ्य व्यवस्था वेंटिलेटर पर है।
दक्षिण-मध्य मुंबई लोकसभा क्षेत्र में माहिम, धारावी, सायन कोलीवाड़ा, वडाला, चेंबूर और अणुशक्ति नगर विधानसभा के इलाके आते हैं। सभी छह विधानसभा में लगभग १८ लाख मतदाता हैं, लगभग २५ प्रतिशत मुसलमान हैं। सभी राजनीतिक पार्टियों की नजरें मुस्लिम मतदाताओं पर लगी हुई हैं। वडाला और धारावी के अलावा
ट्रॉम्बे की अधिकांश आबादी मुसलमानों, हिंदीभाषी और दक्षिण भारतीयों की है। यहां के लोगों का कहना है कि अब सत्ता बदलनी चाहिए। देश में अराजकता का माहौल है। देश तानाशाही की तरफ जा रहा है। इसे रोकने के लिए सभी को आगे आने की जरूरत है। धारावी की जनता धारावी के विकास के लिए मतदान करना चाहती है। यहां की अधिकांश जनता अडानी के खिलाफ है।
वोट कटुओं से रहें सावधान!
दक्षिण-मध्य मुंबई लोकसभा सीट से १५ उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें ४ मुस्लिम उम्मीदवार हैं, जिन्हें कोई समाज में नहीं जानता है, लेकिन मुसलमानों के वोट काटने चुनावी मैदान में हैं। लोग इन्हें वोट कटुआ कहकर संबोधित कर रहे हैं। तो वहीं शिंदे गुट के राहुल शेवाले को तीसरी बार मैदान में होने और पिछले दो टर्म में काम न करने से जनता नाराज है, धारावी, कोलीवाड़ा, सायन, ट्रांबे और चेंबूर के भाजपा के कार्यकर्ताओं ने भी शेवाले को तीसरी बार २०१४ और २०१९ के बाद अब तीसरी बार उम्मीदवारी देने से लोगों में नाराजगी देखी जा रही है।