४५ किमी लंबे जाम में फंसे लोग
५० रुपए में पानी की बोतल
१०० रुपए टॉयलेट चार्ज
सामना संवाददाता / हरिद्वार
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू होने के साथ रिकॉर्ड संख्या में पहुंच रहे श्रद्धालुओं से एक ओर स्थानीय लोगोेंंं के चेहरे खिले, वहीं भारी मात्रा में तीर्थयात्रियों के एक साथ पहुंचने से बदइंतजामी और मुश्किलों का सामना भी उन्हें करना पड़ रहा है। वहां खाने-पीने और अन्य जरूरत के सामानों की दिक्कतें हो रही हैं। भीड़ बढ़ने से रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन ने गेट बनाकर थोड़ी-थोड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को आगे जाने देने का पैâसला किया है। इस बीच मौसम की मार से अब तक ११ श्रद्धालुओं की मौत की भी खबर है।
दरअसल, गंगोत्री-यमुनोत्री धामों पर रिकॉर्डतोड़ भीड़ के चलते सरकारी व्यवस्थाएं ध्वस्त हो चुकी हैं। दोनों धामों के लिए हरिद्वार से आगे बढ़ते ही १७० किमी दूर बरकोट तक ४५ किमी लंबा जाम नजर आ जाएगा। बरकोट से आगे यमुनोत्री और गंगोत्री के रास्ते हैं, सब जाम हैं। यहां से उत्तरकाशी का ३० किमी का रूट वन-वे है इसलिए मंदिर से लौट रही गाड़ियां पहले निकाली जा रही हैं। मंदिर जाने वाली गाड़ियों का नंबर २०-२५ घंटे बाद आ रहा है। उत्तराखंड में बढ़ती भीड़ को देखते हुए दो दिन ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद कर दिया गया है। बता दें कि ये रजिस्ट्रेशन हरिद्वार और ऋषिकेश में हो रहे थे।
उत्तरकाशी से २० किलोमीटर दूर बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग सड़क किनारे आराम करते नजर आते हैं। जहां जाम है, वहां न खाना है, न रहने की जगह, ऐसे में आसपास के लोग पानी की बोतल के लिए ३०-५० रुपए और टॉयलेट के इस्तेमाल के लिए १०० रुपए तक वसूल रहे हैं। उत्तराखंड की चारधाम यात्रा पर अब तक ४ दिनों में १.३० लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। पिछले साल शुरुआती ४ दिनों में ही ५२ हजार लोग पहुंचे थे।
हरिद्वार और ऋषिकेश में रोके गए श्रद्धालु
हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहले से ही हरिद्वार और ऋषिकेश में फंसे हुए हैं। भीड़ और उसकी वजह से हो रही अव्यवस्था और परेशानी के चलते श्रद्धालुओं को रास्ते में जगह-जगह रोक दिया गया है। माना जा रहा है कि इस साल चारधाम यात्रा के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में ४४ फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। हरिद्वार में ऋषि कुल ग्राउंड में नि:शुल्क रजिस्ट्रेशन सेंटर बनाया गया है। मगर आज रजिस्ट्रेशन नहीं होने के चलते गेट को बंद करके वहां पर पुलिस बल तैनात किया गया है। गेट पर नोटिस लगा दिए गए हैं कि रजिस्ट्रेशन बंद हैं। हालांकि, यात्री रजिस्ट्रेशन कराने के लिए बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं, जिनको पुलिसकर्मी रजिस्ट्रेशन नहीं होने की सूचना देकर वापस भेज रहे हैं। इस वजह से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और वह समझ नहीं पा रहे हैं कि वे आए तो चारधाम यात्रा जाने के लिए थे, मगर अब क्या करें।
जानकारी के मुताबिक, करीब २२ घंटों तक श्रद्धालु जाम में फंसे रहे। स्थानीय प्रशासन भी लोगों से रुक-रुककर आगे बढ़ने की अपील कर रहा है।
सुरक्षा संबंधी परेशानियां
मीडिया में आ रही तस्वीर यह बताने के लिए काफी है कि किस कदर यमुनोत्री और गंगोत्री में बड़ी संख्या में तीर्थ यात्री पहुंच रहे हैं। न सड़क पर चलने की जगह है और न ही पैदल मार्ग में ही जगह है। सरकारी इंतजाम नकाफी हैं। हालांकि उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज का कहना है कि भीड़ स्थानीय लोगों के कारण हो रही है। पहाड़ी राज्य की सड़कों पर हर तरफ गाड़ियों की लंबी कतारें नजर आ रही हैं।