सामना संवाददाता / मुंबई
मैं किसी भी तरह का जातिगत भेदभाव नहीं कर रहा हूं, लेकिन भाजपा मराठी-गुजराती मुद्दा लेकर आई है, क्योंकि उनके पास विकास का कोई मुद्दा ही नहीं है। ऐसे में भाजपा विवाद पैदा करने की कोशिश कर रही है। इसलिए मुंबई की जनता अब उन्हें माफ नहीं करेगी। इस तरह का जोरदार हमला करते हुए महाविकास आघाड़ी से शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के ईशान्य मुंबई के प्रत्याशी संजय दीना पाटील ने कहा कि मैं कोई बिल्डर नहीं हूं, इसलिए मेरी कोई भी परियोजना नहीं चल रही है। मैं पैसा कमाने के लिए राजनीति में नहीं आया हूं, बल्कि मेरे परिवार ने समाज की सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया है।
भांडुप में प्रचारार्थ अयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए संजय दीना पाटील ने कहा कि मैं किसी जाति-धर्म का विरोधी नहीं हूं, बल्कि सभी धर्मों के लिए समान रूप से देखता हूं। उन्होंने कहा कि हर कोई जानता है कि जाति की राजनीति कौन कर रहा है, इसलिए मुझे उनका नाम लेने की जरूरत नहीं है। ऐसे में उनको अब अपनी हार नजर आ रही है, तभी तो उन्होंने मराठी-गुजराती मुद्दा सामने ला दिया है। हार के डर से पीएम को खुद यहां आकर प्रचार करना पड़ रहा है।
कितने निचले स्तर पर पहुंच गई है भाजपा
संजय दीना पाटील ने कहा कि चुनाव में जनता तक पहुंचने और श्रेय पाने के लिए भाजपा इतने निचले स्तर तक चली जाएगी, मुझे विश्वास नहीं था। मेरी हंसी का जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसके जरिए गलत बातें पैâलाई गर्इं। इसे भाजपा के नेता भुनाने में लगे हैं।
मुंबईकरों की जान की नहीं है कीमत
इस बीच घाटकोपर होर्डिंग मामले में पर संजय दीना पाटील ने कहा कि मनपा प्रशासन की ढिलाई अब उजागर हो गई है। सत्ताधारी इस पर बात करने को तैयार नहीं हैं। उनके लिए मुंबईकरों की जान की कोई कीमत नहीं है। हर जगह भ्रष्टाचार की गंध है इसलिए मुंबईकर ऐसे लोगों को माफ नहीं करेंगे।
क्या पांच लाख से लौटा देंगे जिंदगी?
संजय पाटील ने सवाल उठाया कि क्या मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपए की मदद करके राज्य के सत्ताधारी मृतकों की उनकी जिंदगी वापस लौटा देंगे? इस तरह बिना अनुमति के बड़ी-बड़ी होर्डिंग खड़ी कर दी जाती हैं और प्रशासन को इसकी कोई जानकारी नहीं होती है, यह बहुत ही आश्चर्यजनक है। क्या अब तक प्रशासन सो रहा था? संजय दीना पाटील ने कहा कि मुंबईकर ऐसे लोगों को माफ नहीं करेंगे।