उमेश गुप्ता / वाराणसी
लोकसभा चुनाव 2024 के चार चरण होने के बाद 20 मई को पांचवें चरण, 25 मई को छठवें और 1 जून को सातवें चरण के मतदान के बाद 4 जून को नतीजे आने वाले हैं। 20 जून के बाद उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल की 20 सीटों पर होने वाली वोटिंग के लिए अब सभी राजनीतिक दलों ने अपनी कमर कस ली है।
राजनीतिज्ञ विशेषज्ञों के अनुसार, माना जाता है कि जिसने पूर्वांचल जीता, उसने यूपी जीत लिया और यही वजह है कि अब पूर्वांचल को साधने के लिए पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी आने वाले 2 सप्ताह के लिए हर राजनीतिक दल का ठिकाना बनने जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल ही में दो दिन तक वाराणसी में रहने के बाद अब 21 मई को, फिर से बनारस आने वाले हैं। मातृशक्ति संवाद का आयोजन पीएम मोदी संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी में करने वाले हैं।
इसके अलावा वाराणसी से ही पीएम मोदी पूर्वांचल की अलग-अलग सीटों पर जनसभा और रोड शो करने के लिए भी रवाना होंगे। इतना ही नहीं ओवैसी गठबंधन के साथ बनारस से उतारे गए प्रत्याशी के समर्थन में असदुद्दीन ओवैसी भी बनारस आने वाले हैं।
माना जा रहा है कि 22 मई के बाद ओवैसी की जनसभा बनारस में हो सकती है। अखिलेश यादव और राहुल गांधी के अतिरिक्त आम आदमी पार्टी के भी कोई बड़े नेता वाराणसी में जनसभा और रोड शो कर सकते हैं।
हालांकि इसे लेकर पार्टी अभी अपने पत्ते नहीं खोल रही है। इन सबके बीच वाराणसी पूर्वांचल के चुनाव से पहले हर राजनीतिक दल का में केंद्र बनने जा रहा है, जिसे लेकर बनारस आने वाले 2 सप्ताह तक पूरी तरह से राजनीतिक हलचल संग और भी गर्म रहेगा।
वाराणसी पूर्वांचल के बड़े केंद्र के रूप में जाना जाता है। 25 मई और 1 जून को वाराणसी के आसपास और पूर्वांचल के तमाम इलाकों में इलेक्शन होने वाले हैं, अगर 25 में छठवें चरण की बात की जाए तो उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में सुलतानपुर, प्रतापगढ़, फूलपुर, प्रयागराज, अंबेडकर नगर, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बस्ती, संत कबीर नगर, लालगंज, आजमगढ़, जौनपुर, मछलीशहर और भदोही में वोट पड़ने हैं, जबकि 1 जून यानी सातवें और अंतिम चरण में वाराणसी, महारागंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर चंदौली, मिर्जापुर और रॉबर्ट्सगंज में वोटिंग होनी है।
पूर्वांचल की अधिकांश सीटों पर वाराणसी के नजदीक होने की वजह से हर राजनीतिक दल वाराणसी को अपना बड़ा केंद्र बनाने जा रहा है। यहां से ही बड़े नेताओं का मूवमेंट और बनारस में रख कर स्ट्रेटजी तैयार करने की तैयारी चल रही है।
भारतीय जनता पार्टी ने तो पीएम मोदी के केंद्रीय चुनाव कार्यालय और एक स्थानीय होटल को ही पूरी तरह से वार रूम में कन्वर्ट कर दिया है। वाराणसी में प्रधानमंत्री मोदी 21 मई के बाद 25 मई का चुनाव प्रचार खत्म होने तक कई कार्यक्रम के लिए पूर्वांचल के अलग-अलग हिस्सों में जाएंगे। इसके बाद 1 जून के लिए भी पीएम मोदी गाजीपुर चंदौली घोसी बलिया समेत कई जगहों पर रैलियां करने वाले हैं, जिसके लिए वाराणसी से ही उनका मूवमेंट होगा।
वाराणसी में पूर्वांचल की अलग-अलग सीटों पर होने वाले चुनाव से पहले एयरपोर्ट पर भी तैयारी जबरदस्त है। एयरपोर्ट अथॉरिटी का कहना है कि वाराणसी में एयरपोर्ट पर एक बार में 10 छोटे बड़े प्लेन पार्किंग की सुविधा उपलब्ध रहेगी, क्योंकि जितने भी वीआईपी हैं वह अपने निजी विमान हेलीकॉप्टर या बड़े विमान से ही चुनाव प्रचार कर रहे हैं।
देश के लिए पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित करना बेहद महत्वपूर्ण है। एयरपोर्ट अथॉरिटी का कहना है कि वाराणसी में पार्किंग के लिए एक निर्धारित शुल्क भी है, जिसमें छोटे विमान की लैंडिंग आफ वर्किंग का 9,000 जबकि बड़े विमान की लैंडिंग और पार्किंग का 12,000 से 15,000 रुपए चार्ज लिया जाएगा। इसके अलावा हेलीकॉप्टर के लिए सुविधा नि:शुल्क रहती है, उसके लिए सिर्फ 500 से 600 रुपए एक नॉमिनल चार्ज लिया जाता है।
एयरपोर्ट अथॉरिटी का कहना है कि वाराणसी में आने वाले 10 दिनों के लिए वीआईपी मूवमेंट की क्वेरीज पहले से ही आ चुकी हैं। एक बार में 10 विमान तक हम खड़ी करने की सुविधा उपलब्ध करवाएंगे, ऐसी स्थिति में हर राजनीतिक दल अपने लिए विमान की पार्किंग की सुविधा उपलब्ध रहने के लिए जानकारी हासिल कर रहा है। यानी आने वाले 10 से 12 दिन वाराणसी में पूरी तरह से पैक रहने वाले हैं, जिसका असर एयरपोर्ट पर भी दिखाई देगा।