अमिताभ श्रीवास्तव
मुंबई इंडियंस टीम के लिए आईपीएल में सब कुछ शर्मनाक रहा है। शुरुआत कप्तान हटाने से हुई थी और अंत आखिरी पोजिशन से हुई। यही नहीं, बल्कि किसी भी आईपीएल सीजन में यह उसकी दूसरी शर्मनाक पराजय है, जिसमें वो दस बार हारी हो। यहीं उसकी फजीहत नहीं थमती, बल्कि लखनऊ से मैच हार जाने के बाद कप्तान हार्दिक पंड्या पर भारी जुर्माना लगाया गया और तो और उन पर एक मैच बैन का भी दंड लग गया, यानि वो अगले आईपीएल का पहला मैच नहीं खेल सकेंगे। क्या कोई सोच सकता है कि जो टीम पांच बार आईपीएल विजेता रही हो, उसका इतना घटिया प्रदर्शन रहेगा? वर्ष २०२२ का इतिहास फिर जैसे रिपीट हुआ है, तब भी १० हार के साथ वो आखिरी पायदान पर रही और अब २०२४ में भी यही स्थिति है। १४ मैचों में दस हार जाना सचमुच एक शर्मनाक रिकॉर्ड है, जो इस टीम की रिकॉर्ड बुक में हमेशा चिढ़ाता रहेगा। कप्तान हार्दिक का खुद का प्रदर्शन भी बेकार रहा। हार्दिक ने १२ मैचों में १९.८० के एवरेज से १९८ रन बनाए। हालांकि, रोहित अपनी टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे हैं।
ठिकाना क्यों नहीं बताया?
यह हिंदुस्थानी मुक्केबाजी के लिए शुभ संकेत नहीं है, क्योंकि पिछले १२ महीने में तीन बार अपना ठिकाना (वेयरअबाउट) नहीं बताने के कारण विश्व चैम्पियनशिप कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज परवीन हुड्डा को विश्व डोपिंग निरोधक एजेंसी (वाडा) द्वारा निलंबित किए जाने के बाद हिंदुस्थान महिलाओं के ५७ किग्रा वजन वर्ग में फिर क्वालीफाई करने की कोशिश करेगा। पिछले साल एशियाई खेलों में ओलिंपिक कोटा हासिल करने वाली परवीन ने अप्रैल २०२२ से मार्च २०२३ के बीच अपने ठिकाने की जानकारी नहीं दी थी, जो वाडा नियमों के तहत अनिवार्य है। इससे उन पर २२ महीने का निलंबन लगाया गया। निलंबित होने की वजह से परवीन इस साल जुलाई-अगस्त में होने वाले पेरिस खेलों में भाग नहीं ले पाएंगी। मुक्केबाजी में कोटा देश को नहीं, बल्कि एथलीट को दिया जाता है। इस तरह हिंदुस्थान के ओलिंपिक जाने वाले दल में तीन मुक्केबाज निकहत जरीन (५० किलो), प्रीति (५४ किलो) और लवलीना बोरगोहेन (७५ किलो) बची हैं। आखिरी ओलिंपिक क्वालीफायर २४ मई से बैंकॉक में है। इससे देश के पास महिलाओं के ५७ किग्रा वर्ग में क्वालीफाई करने का एक और मौका होगा, लेकिन देश सिर्फ उन्हीं रिजर्व खिलाड़ियों को उतार सकता है जो ११ अप्रैल तक रेजिस्टर हुई थीं।
वार्मअप मैच का मजाक
अक्सर जब कोई बड़ा आयोजन होता है, जैसे विश्वकप तो इसमें हिस्सा लेने वाली टीमों के बीच आयोजन पूर्व वार्मअप मैच खेले जाते हैं। ऐसा कभी नहीं हुआ कि कोई टीम खुद की दो भागों में बंट कर वार्म अप मैच खेले। यह हास्यास्पद भी ज्यादा लगता है, मगर ऐसा हुआ है। ऐसा हुआ दक्षिण अप्रâीकी टीम के साथ। आईसीसी ने टी२० वर्ल्ड कप के वॉर्मअप मैचों का शेड्यूल जारी किया, जिसमें आईसीसी का एक ऐसा फरमान भी देखने को मिला, जो सबको हैरान कर देगा। साउथ अप्रâीका की विरोधी टीम कोई और नहीं, बल्कि साउथ अप्रâीका की होगी। यह आईसीसी ने खुद एलान किया है, जबकि न्यूजीलैंड ने अपनी स्क्वॉड सबसे पहले घोषित की थी और वे कोई सीरीज भी नहीं खेल रहे हैं, ऐसे में उनके साथ साउथ अप्रâीका का शेड्यूल अनांउस किया जा सकता था, लेकिन आईसीसी ने ऐसा नहीं किया। यह इतिहास में पहली बार हो रहा है कि कोई टीम खुद के साथ ही भिड़ेगी।
(लेखक वरिष्ठ खेल पत्रकार व टिप्पणीकार हैं।)