श्रीकिशोर शाही
बना नहीं सकते तो बिगाड़ तो सकते ही हैं। कुछ लोगों को यही फलसफा रहता है। चुनाव के पांच चरण पूरे हो चुके हैं और दो चरण बाकी बचे हैं। एक तरह से यह कहने में कोई गुरेज नहीं है कि अब यह पीक पर पहुंच चुका है। ऐसे में चुनावी रैलियों में कुछ अजीब से नजारे भी देखने को मिल रहे हैं। झारखंड की एक चुनावी सभा में भीड़ में आपस में ही मारपीट हो गई। यूपी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और अखिलेश यादव की संयुक्त चुनावी रैली में भी भीड़ बेकाबू हो गई थी। अब जम्मू-कश्मीर से भी गड़बड़ की खबर आ गई है। वहां तो चुनावी रैली में चाकूबाजी हो गई। दरअसल, यह घटना पुंछ की रैली की है, जहां नेशनल कॉन्प्रâेंस के नेता फारुक अब्दुल्लाह पहुंचे थे। अनंतनाग राजौरी लोकसभा क्षेत्र के पुंछ जिले के मेंढर में यह चुनावी रैली आयोजित की गई थी। जब रैली चल रही थी, तभी कुछ लोगों ने वहां चाकूबाजी शुरू कर दी। इस हमले में नेशनल कॉन्प्रâेंस के तीन कार्यकर्ता घायल हो गए। फारूक अब्दुल्ला वहां मियां अल्ताफ के समर्थन में पार्टी द्वारा आयोजित रैली में उपस्थित थे। हालांकि, पुलिस ने मामले को संभाल लिया और रैली बिना किसी व्यवधान के जारी रही। मगर चाकू-छुरियां तेज कराने वालों से सावधान!
चुनाव में हेलिकॉप्टर शॉट
राजद नेता तेजस्वी यादव और विकासशील इंसान पार्टी के नेता मुकेश सहनी की खूब गाढ़ी छन रही है। दोनों की कई तस्वीरें इस दौरान सामने आई हैं, जब वे हेलिकॉप्टर में ‘हम साथ-साथ हैं’ के शॉट में नजर आए हैं। आपको याद होगा कि दोनों की पहली चर्चा मछली पर हुई थी और इस पर खूब हो-हंगामा मचा था। दूसरी चर्चा संतरे का रसास्वादन लेते हुए हुई थी। अब एक बार फिर दोनों का हेलिकॉप्टर शॉट सामने आया है, जिसमें दोनों नेता चुनावी चर्चा करते नजर आ रहे हैं। इस चर्चा में तेजस्वी यादव दावा कर रहे हैं कि ‘इंडिया’ गठबंधन को ३०० से ज्यादा सीटें मिलेंगी। इसके साथ ही तेजस्वी बता रहे हैं कि आज सात कार्यक्रम हैं। इस समय हम तीसरे कार्यक्रम में जा रहे हैं। अगर आज के सभी कार्यक्रम हो जाएंगे तो अब तक लगभग १८० चुनावी जनसभाएं हो जाएंगी। दोनों की यह केमिस्ट्री देखकर लगता है कि उनकी दोस्ती काफी गहरी है और यह बंधन कभी टूटेगा नहीं। अब मुकेश सहनी भले ही कम सीटों पर लड़ रहे हैं, पर वे तेजस्वी के साथ जिस तरह साए की तरह साथ हैं, उससे लगता है कि बिहार में इस बार ‘खेला’ होने वाला है।
प्रदेश प्रवक्ता का गुडबाय
चुनावी मौसम है और नेताओं के आनेजाने का सिलसिला जारी है। भाजपा ने तो अबकी बार ४०० पार का नारा दे ही दिया है। ऐसे में हर दलबदलू नेता उधर ही रुख कर रहा है, अगर आप ऐसा सोचते हैं तो इस गलतफहमी में न रहें। झारखंड में भाजपा को एक बड़ा झटका लगा है। वहां के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने अपने पद को गुडबाय कह दिया है। उनका आरोप है कि उन्हें पार्टी के ही नेताओं ने जलील किया और इस घटना को लेकर पार्टी के शीर्ष नेताओं को कई बार सूचना दी गई, लेकिन इस मामले पर किसी तरह का एक्शन नहीं लिया गया। इससे आहत होकर उन्होंने प्रदेश प्रवक्ता पद से इस्तीफा देते हुए पार्टी पर कई आरोप लगाए हैं। कुणाल ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को अपना इस्तीफा भेजा है। अब झारखंड में इस बार भाजपा ने सारी सीटें जीतने का दावा किया है और ऐसा माहौल बनाया है, मानो पार्टी काफी मजबूत है। वैसे अब पार्टी के भीतर क्या चल रहा है, वह कुणाल के इस्तीफे से बाहर आ गया है।