सामना संवाददाता / मुंबई
धर्म गुरु राधे मां को वीआईपी ट्रीटमेंट मिलने से विवाद पैदा हो गया है। दोपहर करीब १ बजे राधे मां अपने समर्थकों के साथ आलीशान कार में सवार होकर पोलिंग बूथ पर पहुंची थीं।
घरेलू हिंसा के आरोपों को लेकर सुर्खियों में रहने वाली स्वयंभू आध्यात्मिक गुरु राधे मां ने बोरीवली के कोरा मतदान केंद्र पर पहली बार वोट डाला। लेकिन जब उनके सामने चार-पांच लोग वोट देने के लिए कतार में खड़े थे, तो उन्हें विशेष तवज्जो दिया गया और वोट देने की अनुमति दी गई। इससे कतार में लगे मतदाताओं और चुनाव कर्मियों के बीच नोकझोंक होने लगी।
उनके साथ फोटोग्राफरों और वीडियोग्राफरों की एक टीम भी थी। वह एक हाथ में छोटा पेन और दूसरे हाथ में पर्स लेकर सेंटर में गर्इं, लेकिन उनसे पहले कतार में खड़े लोगों को किनारे कर उन्हें वोट डालने की अनुमति दी गई। राधे मां ने कहा कि हम इस साल पहली बार वोट कर रहे हैं। देश की स्थिति को देखते हुए, हमें लगा कि मतदान को किसी अच्छे उद्देश्य का समर्थन करना चाहिए। मीडिया से बात करते हुए राधे मां ने कहा कि इसलिए हमने वोट करने का पैâसला किया।