मुख्यपृष्ठनए समाचार'मोदानी मेगा स्कैमट'

‘मोदानी मेगा स्कैमट’

२० हजार करोड़ की अवैध आय का पर्दाफाश
१० वर्ष प्रधानमंत्री और साथियों के लिए रहा ‘अमृतकाल’
बाकी देशवासियों के लिए रहा ‘विषकाल’

सामना संवाददाता / नई दिल्ली

देश में अब तक विभिन्न तरह के घोटाले और भ्रष्टाचार लोगों के सामने आते रहे हैं, लेकिन अब कांग्रेस ने एक ऐसे घोटाले का पर्दाफाश किया है, जिससे देशवासियों की आंखें फटी की फटी रह जाएंगी। कांग्रेस के मीडिया महासचिव जयराम रमेश ने ‘मोदानी मेगा स्वैâम’ का भंडाफोड़ किया है। उन्होंने कहा कि देश में ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार बनते ही इस घोटाले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) का गठन किया जाएगा। जेपीसी मोदी के दस साल के कार्यकाल के दौरान किए गए करप्शन की जांच करेगी।
ऑर्गनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट की एक जांच का हवाला देते हुए जयराम रमेश ने कहा कि २०१४ में अडानी ने इंडोनेशिया से सस्ते में खरीदे गए कम गुणवत्तावाले और उच्च राखवाले कोयले के दर्जनों शिपमेंट के जरिए धोखाधड़ी कर उसे तीन गुनी कीमत पर बेचा गया। कांग्रेस नेता ने सोशल मीडिया एक्स पर एक बयान पोस्ट करते हुए लिखा, ‘गति बढ़ रही है और बहुत जल्दी इसकी जांच पूरी करने के लिए जेपीसी गठित की जाएगी।’ उन्होंने अपने बयान में कहा कि अडानी ने इस धोखाधड़ी के जरिए ३ हजार करोड़ का अतिरिक्त मुनाफा कमाया है, जबकि आम आदमी को महंगी बिजली और बढ़ते वायु प्रदूषण से जूझना पड़ा है। प्रधानमंत्री के करीबी दोस्तों ने पिछले एक दशक में कानून का उल्लंघन कर हिंदुस्थानियों का शोषण करते हुए खुद को समृद्ध किया है।
उन्होंने कहा कि देश में हर साल २० लाख लोगों की मौत सिर्फ वायु प्रदूषण से होती है। इसके लिए जिम्मेदार कौन है? इस पर भी मोदी सरकार को जवाब देना होगा। जयराम रमेश ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अडानी को भारत में उसकी अवैध गतिविधियों की सभी जांचों को रोकने में मदद की होगी, लेकिन इंडोनेशिया और अन्य देशों से आ रही जानकारी से पता चलता है कि वे जांच सच्चाई सामने लाने के कितनी करीब थीं। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन की सरकार बनने के एक महीने के भीतर जेपीसी का गठन कर दिया जाएगा, जिसमें कोयले और बिजली उपकरणों की अवैध ओवर-इनवायसिंग, २० हजार करोड़ रुपए की अवैध आय की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि भारतीय व्यावसायियों को अपनी संपत्ति अडानी को बेचने के लिए मजबूर किया गया। भारतीय उपभोक्ताओं ने पीएम के साथियों को समृद्ध करने के लिए बिजली की ऊंची कीमतें और हवाई अड्डे के शुल्क के रूप में जो कीमत चुकाई है, उसकी जांच की जाएगी।

मोदी ने ‘मित्र’ को बचाया
देश में हुए इतने बड़े ‘मोदानी मेगा स्वैâम’ पर प्रधानमंत्री मोदी मौन साधे हुए हैं। ऐसे में यह साबित होता है कि उन्होंने ‘मित्र’ को बचाने के लिए मौन साधा है। इंडिया गठबंधन की सरकार बनते ही इस स्वैâम की जांच तेजी से होगी।
– जयराम रमेश, कांग्रेस नेता

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