अमिताभ श्रीवास्तव
मेरी मां अस्पताल में है
खेल और खेल के प्रति समर्पण इसी को कहते हैं कि जरूरत के समय टीम के साथ होना, जबकि मां अस्पताल में भर्ती है और बेटे की जरूरत टीम को है। यह कहानी है अफगानिस्तान के बल्लेबाज की, जिसने कोलकाता टीम के ओपनर की भूमिका में सबको प्रभावित किया और टीम को फाइनल में पहुंचाने में मदद की। जी हां, केकेआर के लिए हैदराबाद के खिलाफ ओपनिंग करने उतरे रहमानुल्लाह गुरबाज ने मैच के बाद बताया, `इस वक्त भी मेरी मां अस्पताल में भर्ती हैं। उनसे मैं हर दिन फोन करके बात करता हूं। मां के अस्पताल में होने के बाद भी अफगानिस्तान से भारत आईपीएल खेलने आने का पैâसला लिया। मुझे इस बात की जानकारी थी कि फिल साल्ट के आईपीएल से वापस लौटने के बाद कोलकाता की टीम को मेरी जरूरत पड़ेगी। मैं टीम की जरूरत के वक्त मौजूद रहना चाहता था, इसी वजह से मां को छोड़कर अफगानिस्तान से हिंदुस्थान आने का मुश्किल पैâसला लिया। मैं यहां खुश हूं। मेरी मां भी मेरे लिए खुश हैं।’
राहुल रोया, उदास हुई काव्या
पूरे आईपीएल में धुआंधार प्रदर्शन करने वाली टीम प्लेऑफ में जब हार गई तो यह असहनीय क्षण था। रन आउट होकर राहुल त्रिपाठी ड्रेसिंग रूम में नहीं गए, बल्कि सीढ़ियों पर बैठकर मुंह छिपाकर रोने लगे। उधर पूरे आईपीएल में चहकती, उछलती, कूदती मालकिन काव्या उदास हो गर्इं। जी हां, यह दृश्य था इंडियन प्रीमियर लीग २०२४ के फाइनल में कोलकाता नाइट राइडर्स के पहुंचने पर हैदराबाद की टीम का। इस मुकाबले में श्रेयस अय्यर की कप्तानी वाली कोलकाता नाइट राइडर्स ने सनराइजर्स हैदराबाद को ८ विकेट से हरा दिया, जिसके बाद सनराइजर्स हैदराबाद के खेमे में निराशा छा गई। टीम के खिलाड़ियों के साथ फ्रेंचाइजी की मालकिन काव्या मारन भी उदास हो गईं। सोशल मीडिया पर उनकी कई फोटो वायरल हो रही हैं। इस दौरान राहुल त्रिपाठी की भी फोटो वायरल हो रही है, जिसमें वे पैवेलियन की सीढ़ियों पर बैठकर रोते हुए नजर आ रहे हैं।
लड़कियों आगे बढ़ो
बैडमिंटन की सुपर स्टार रही सायना नेहवाल इन दिनों सोशल मीडिया पर अपनी एक से बढ़कर एक फोटो से चर्चा में रहती हैं। कभी अपने पति के साथ समुद्र किनारे की फोटो हो या कभी किसी आयोजन में, सायना को मॉडलिंग जैसे पोज देने में बड़ा अच्छा लगता है। पिछले दिनों सोशल मीडिया पर सायना ने अपनी आकर्षक तस्वीरों के साथ जो वैâप्शन लिखा, वो युवा लड़कियों के लिए प्रेरणास्त्रोत है। उन्होंने वैâमेटी जेन के वाक्य का उदाहरण देते हुए लड़कियों से आगे बढ़ने की अपील की है। सायना ने लिखा, `मुझे लगता है, अगर कोई लड़की लीजेंड बनना चाहती है, तो उसे आगे बढ़ना चाहिए।’ सच भी है। अपने घुटनों की चोट से परेशान सायना हालांकि बैडमिंटन कोर्ट पर अब ज्यादा दिखाई नहीं देतीं और पेरिस ओलिंपिक में भी वो नहीं दिखाई देंगी। वो बैडमिंटन के लिए फिट नहीं हो पा रही हैं। इसके बावजूद ३४ वर्षीय इस खिलाड़ी ने संन्यास की कोई घोषणा नहीं की है। इसका मतलब है कि वो वापसी कर सकती हैं। फिलहाल, अपने बोल्ड तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट करके वे हमेशा चर्चा में बनी रहती हैं।