रमेश ठाकुर / नई दिल्ली
लोकसभा के छठे चरण में दिल्ली की सभी 7 सीटों पर एक साथ वोटिंग होगी। गुरुवार को चुनाव-प्रचार का शोर थम गया। आखिरी दिन सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने रोड-शो, जनसभाएं और घर-घर जाकर प्रचार कर मतदाताओं को अपने पक्ष में वोट करने की गुजारिश करते दिखे। चुनाव के आखिरी दिन भारतीय जनता पार्टी, आम आदमी पार्टी, बसपा और कांग्रेस के प्रमुख नेताओं की रैलियां दिल्ली में हुईं जिनमें भाजपा की सभाएं सर्वाधिक रहीं। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, पीयूष गोयल, स्मृति ईरानी और उत्तराखंड तथा राजस्थान के मुख्यमंत्री की विभिन्न क्षेत्रों में जनसभाएं और रोड-शो हुए।
मालूम हो, ये चुनाव भाजपा के लिए नाक का सवाल बना हुआ। बीते 2014 और 2019 लोकसभा चुनाव में उन्होंने दिल्ली की सातों सीटों पर जीत हासिल की थी। लेकिन इस बार कांग्रेस-आप मिलकर लड़ रही हैं जिससे भाजपा गणित गड़बड़ा गया है। इसलिए भाजपा ने पूरी ताकत झोंकी हुई है। खुद प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने दो-दो सभाएं की हैं। भाजपा ने मनोज तिवारी को छोड़कर बाकी सभी सीटों पर नए चेहरे उतारे हैं। नए चेहरों को गठबंधन के उम्मीदवार कड़ी टक्कर दे रहे हैं। वहीं, प्रचार के अंतिम दिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी मंगोलपुरी और सीमापुरी में रैलियां की। ‘आप’ संयोजक अरविंद केजरीवाल के अलावा बसपा नेताओं ने भी कई रोड शो कर दिल्ली के लोगों से वोट की गुहार लगाई।