अमर झा
समाज के लिए जिन्हें कुछ करना होता है वे रास्ता ढूंढ ही लेते हैं। इन्हीं समाजसेवियों में एक नाम है धर्मेंद्र लक्ष्मीचंद शर्मा का जो राईपुर धर्मलक्ष्मी जनसेवा ट्रस्ट के संस्थापक-अध्यक्ष हैं, जिन्होंने सर्व जाति सर्व समाज की कन्याओं का सामूहिक विवाह करवाने का बीड़ा उठाया है। संस्था के माध्यम से पिछले ६ वर्षों से वे सामूहिक कन्यादान का कार्यक्रम करते आ रहे हैं और अभी तक आठ बार सामूहिक विवाह का कार्यक्रम करवा के ३११ जोड़ों का सामूहिक विवाह करवा चुके हैं। धर्मेंद्र शर्मा बताते हैं कि बहुत ही साधारण और सामान्य से भी नीचे आय वाले परिवार का मैं बच्चा हूं और यहीं मुंबई में पला-बढ़ा हूं। परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के कारण १२वीं के बाद मैंने पढ़ाई छोड़ दी और परिवारिक जिम्मेदारी उठाने के लिए छोटे-मोटे काम करने लगा। जीवन में मैंने कभी हार नहीं मानी और एक वक्त ऐसा भी आया जब मेरे पास कोई काम नहीं था, लेकिन मैंने कभी भी अपना धैर्य नहीं खोया। आज ऊपर वाले की कृपा से हमारा प्रॉपर्टी कंसल्टिंग का व्यवसाय है। बचपन से ही मैं समाज के लिए कुछ करना चाहता था, लेकिन आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण किसी की मदद नहीं कर पाता था। परिवार में चार बहनें और सात चचेरी भतीजियां थीं। मैं हमेशा देखता था कि मां और पिता जी बेटियों की शादी के लिए चिंतित रहते थे। दहेज की समस्या सबसे बड़ी थी। खैर, जैसे-तैसे मैंने और हमारे परिवार वालों ने मिलकर सभी भतीजियों की शादी करवा दी। उस दरम्यान मैंने अनुभव किया कि दहेज के कारण लोग बेटियों को कम पढ़ाते थे। उन्हें उचित शिक्षा नहीं दे पाते थे। बहनों की शादी में हुई परेशानी के बाद मैंने मन ही मन ठान लिया कि हम गरीब बेटियों के लिए सर्वजाति सामूहिक कन्यादान का आयोजन करेंगे। इसी सोच को लेकर मैंने २०१६ में राईपुर धर्मलक्ष्मी जनसेवा ट्रस्ट की स्थापना की और २०१८ में पहली बार सर्वजाति सामूहिक विवाह का आयोजन भायंदर में किया। २०१८ से अभी तक आठ बार यह आयोजन करके ३११ कन्याओं का कन्यादान करवा चुका हूं, जबकि हमारी संस्था ने ५००१ कन्याओं का कन्यादान कराने का संकल्प लिया है। भायंदर, गोरेगांव, मुंबई के बाद ११ जुलाई को नालासोपारा और १६ नवंबर को बनारस में सामूहिक विवाह का आयोजन होना तय हुआ है। शर्मा बताते है कि इस आयोजन को सफल बनाने में २,००० कार्यकर्ता ट्रस्ट से जुड़े हैं, जिसमें महिलाओं की संख्या अधिक है। संस्था के मुख्य ट्रस्टी घनश्याम सिंह, प्रेमसागर गुप्ता, जितेंद्र शर्मा, गणेश अग्रवाल, अरविंद जोशी, नवल किशोर सेकसरिया, महिला अध्यक्ष कोमल अग्रवाल, महासचिव राधा राजपुरोहित, मुकेश मिश्रा, नीलम शर्मा, शीला शर्मा, निर्देशक मंडल में दिनेश जानी, सुषमा सोनी, राजेश्वरी शर्मा, सुनील शर्मा हैं। हमारे संस्था के सभी सदस्य घर-घर जाकर मदद मांगते हैं। हालांकि, अब कुछ लोग सामने आकर मदद कर रहे हैं। संस्था का मुख्य उद्देश्य दहेज प्रथा, भ्रूण हत्या, विवाह में फिजूल खर्ची जैसी कुरीतियों को खत्म करने के साथ ही माता-पिता को कन्या की शादी की चिंता से मुक्त करने के लिए हम सामूहिक कन्यादान का कार्यक्रम करते हैं।