राजेश जायसवाल / मुंबई
चुनाव में हुए अव्यवस्थाओं व दुर्व्यहार के मुद्दे पर लेकर एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन मुंबई मराठी पत्रकार संघ में आयोजित किया गया है।
सामाजिक कार्यकर्ता और महात्मा गांधी के परपोते, तुषार गांधी ने कहा कि उनके बेटे की मतदाता पर्ची में परिवार का नाम ही नहीं था, उसकी जगह एक अपरिचित नाम लिख दिया गया था, जिसे वह याद नहीं कर पा रहे हैं। तुषार गांधी ने कहा, नाम पूरी तरह गलत लिखा गया था; हम तो इसे पहचान ही नहीं सके। उन्होंने कहा कि उनके 30 वर्षीय बेटे का लिंग भी मतदाता पर्ची में गलत लिखा था। पिछले चुनावों में उन्होंने मतदान किया था। यह पहली बार है जब ऐसी घटना घटी है। परिवार में चार अन्य लोग मतदान कर रहे थे, अन्य तीन को इस अशुद्धि का सामना करना पड़ा। इन अव्यवस्थाओं के कारण चुनाव आयोग की चारों तरफ थू थू हो रही है।
मुंबई में मतदान के दिन अव्यवस्थाओं का आलम व दुर्व्यवहार के मुद्दों पर सात संस्थाओं द्वारा आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए तुषार गांधी ने कहा कि ऐसा लग रहा था कि इस प्रक्रिया में जानबूझकर देरी की गई है। जिसके कारण बहुत सारे लोगों को बिना मतदान किये अपने काम या घरों पर लौटना पड़ा।
बॉम्बे कैथोलिक सभा के फादर फ्रैज़र मैस्करेन्स ने चुनाव आयोग के अधिकारियों के साथ हुई कई पूर्व बैठकों का भी जिक्र किया जहां मौखिक आश्वासन प्रदान किए गए थे। उन्होंने कहा कि हमने इन बैठकों में संभावित लापता मतदाताओं का मुद्दा उठाया था। अधिकारियों ने हमें आश्वासन दिया था कि बूथों पर पीठासीन अधिकारी अनुरोध पर हटाई गई मतदाता सूची प्रदान करेंगे। अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. किरण कुलकर्णी ने कहा था दिसंबर 2023 के बाद हटाए गए नाम वाले मतदाता पीठासीन अधिकारी के पास सूचीबद्ध होने पर भी मतदान कर सकते हैं।
मुंबई मराठी पत्रकार संघ भवन में आयोजित इस संवाददाता सम्मेलन में पीपुल्स यूनियन ऑफ सिविल लिबर्टीज (पीयूसीएल), वोट फॉर डेमोक्रेसी, महाराष्ट्र डेमोक्रेटिक फोरम, लोक मोर्चा, बॉम्बे कैथोलिक सभा और भारत जोड़ो अभियान के कई वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद थे।