सामना संवाददाता / मुंबई
पुणे ‘हिट एंड रन’ मामले में नित नए खुलासे हो रहे हैं। इसके साथ ही इस पॉश हादसे पर शिंदे सरकार की विपक्ष न केवल जमकर खिंचाई कर रहा है, बल्कि कई साक्ष्यों को सामने ला रहा है। फिलहाल, घटना से चेतते हुए ‘घाती’ सरकार ने अपने ऊपर लगे इस दाग को धोने के लिए बड़ा पैâसला लिया है। बताया गया है कि सरकार अब पबों और बारों में नजर रखने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी एआई का इस्तेमाल करेगी।
बता दें कि पुणे ‘हिट एंड रन’ घटना के बाद यह सरकार अब महाराष्ट्र के सभी पबों और बारों पर एआई के जरिए नजर रखेगी। इसके तहत सभी पबों और बारों में लगे सीसीटीवी का हर जिले के एक्साइज अधीक्षक कार्यालय को जोड़ा जाएगा। अगर तय समय से ज्यादा देर तक बार चलता है, तो इस तकनीकी के जरिए उसका अलार्म अधीक्षक कार्यालय और पुलिस थाने को मिलेगा, जिसके बाद तुरंत कार्रवाई की जा सकेगी।
नाबालिगों को शराब मिलने से रोकने के लिए महाराष्ट्र सरकार द्वारा सभी पबों और बारों में थंब सिस्टम का इस्तेमाल किया जाएगा।
घटना से सरकार ने लिया सबक
घाती सरकार के राज्य उत्पाद शुल्क मंत्री के मुताबिक, पुणे में हुई घटना से सबक लेते हुए विभाग के सभी अधिकारियों के साथ बैठक की गई, जिसके बाद यह प्रस्ताव लाया गया है कि सभी पबों और बारों पर नजर रखने के लिए अब एआई का इस्तेमाल किया जाएगा। बताया गया है कि अगर कोई पब या बार देर तक चलता है या किसी और नियम का उल्लंघन करता है तो उसका अलार्म पुलिस अधीक्षक, विभागीय पुलिस अधीक्षक और आयुक्त के मोबाइल पर बजेगा।
तीन बार दिया जाएगा नोटिस
पहले नियमों का उल्लंघन होने पर पहले तीन बार नोटिस दी जाएगी। उसके बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अगर कोई अधिकारी इसमें शामिल पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। नाबालिगों तक शराब न पहुंचे, इसके लिए भी प्रस्ताव लाया गया है। इसके तहत सभी बारों व पबों में थंब सिस्टम लगाया जाएगा, ताकि उनकी उम्र पता चले।