सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य सूखे की मार झेल रहा है। प्याज की समस्या गंभीर हो गई है, लेकिन महाराष्ट्र में पचास खोके लेकर सरकार एकदम ओके है। हिंजेवाड़ी से ३७ आईटी कंपनियों के पलायन के लिए ट्रिपल इंजन सरकार जिम्मेदार है। यह सरकार सिर्फ सेंधमारी, इनकम टैक्स, सीबीआई और ईडी में व्यस्त है। इस तरह का आरोप राष्ट्रवादी (शरदचंद्र पवार) की सांसद सुप्रिया सुले ने लगाया है।
मीडिया से बात करते हुए सुप्रिया सुले ने हिंजेवाड़ी में कंपनियों के पलायन को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की ट्रिपल इंजन सरकार की एक और विफलता सामने आई है। फॉक्सकॉन प्रोजेक्ट भी पुणे में आनेवाला था लेकिन नहीं आया। कई उद्योग हमारे राज्य से दूसरे राज्य में जा रहे हैं। हिंजेवाड़ी राजीव गांधी इंफोटेक पार्क की शुरुआत शरद पवार के दृष्टिकोण से हुई। इसमें फेज-१, फेज-२, फेज-३ जैसे बड़े इंप्रâास्ट्रक्चर का निर्माण किया गया। इसके लिए देश-दुनिया से लोग आए और निवेश किया, लेकिन आज हर कोई देख रहा है कि वहां क्या हुआ है।
सरकार जोड़-तोड़ में व्यस्त
उन्होंने आगे कहा कि मैंने खुद आईटी पार्क के इंप्रâास्ट्रक्चर और पानी के मुद्दों को लेकर वहां कई बैठकें की हैं। कई पालक मंत्रियों से चर्चा की है, औद्योगिक सचिव, एमआईडीसी अधिकारियों के साथ बैठकें की हैं। वहां की समस्याओं को दूर करने का प्रयास किया गया है, लेकिन राज्य सरकार उद्योगों को लेकर गंभीर नहीं है। सांसद सुप्रिया सुले ने आरोप लगाया कि यह सरकार घरों को तोड़ने, आयकर, सीबीआई और ईडी में इतनी व्यस्त है कि उनके पास बेरोजगारी और भ्रष्टाचार पर ध्यान देने का समय ही नहीं है।