मुख्यपृष्ठस्तंभकॉलम ३ : आपराधिक मामले वाले उम्मीदवार बढ़े!

कॉलम ३ : आपराधिक मामले वाले उम्मीदवार बढ़े!

एम.एम. सिंह
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) द्वारा २०२४ के लोकसभा चुनाव में पर्चा भरने वाले ८,३६० उम्मीदवारों में से ८,३३७ के स्वघोषित हलफनामों का किया गया विश्लेषण बताता है कि २० फीसदी उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। यह जानकारी स्वयं उम्मीदवारों ने अपने हलफनामे के माध्यम से चुनाव आयोग में जमा कराई है। पिछले चुनाव में यह आंकड़ा १९ फीसदी और उससे पहले यानी २०१४ में १७ फीसद था। वर्ष २००९ के आम चुनाव में कुल उम्मीदवारों में से १५ प्रतिशत के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज थे। एक हकीकत जो सामने आई है वह यह है कि इस बार के चुनाव में १४ फीसदी या १,१९१ उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ दुष्कर्म, हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण और महिलाओं के खिलाफ अपराध जैसे गंभीर अपराधिक मामले दर्ज होने की जानकारी दी है।
वर्ष २०२४ के लोकसभा चुनाव में दोबारा किस्मत आजमाने वाले ३२४ उम्मीदवारों की संपत्ति में पिछले पांच साल के दौरान ४३ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। पिछले चुनाव में इन सभी उम्मीदवारों की औसत संपत्ति २१.५५ करोड़ रुपये थी, जो इस बार बढ़कर ३०.८८ करोड़ रुपये हो गई है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने २०२४ के लोक सभा चुनाव में पर्चा भरने वाले ८,३६० उम्मीदवारों में से ८३३७ के स्वघोषित हलफनामों का विश्लेषण कर यह खुलासा किया है। एडीआर शेष २३ उम्मीदवारों के हलफनामों का विश्लेषण नहीं कर सका, क्योकि वे अवैध घोषित हो गए थे।
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा के दोबारा चुनाव लड़ रहे १८३ सांसदों की संपत्ति में औसतन ३९.१८ प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। पिछले चुनाव में यह औसत संपत्ति १८.४० करोड़ थी और इस चुनाव में बढ़कर २५.६१ करोड़ रुपये हो गई। कांग्रेस के दोबारा चुनाव लड़ने वाले ३६ सांसदों की संपत्ति में भी ४८.७६ फीसदी का उछाल आया है। पिछले चुनाव में इनकी औसत संपत्ति ४४.१४ करोड़ थी, जो इस बार के हलफनामे के अनुसार ६५.६४ करोड़ रुपए पहुंच गई।
करोड़पति उम्मीदवारों की संख्या वर्ष २००९ के चुनाव के मुकाबले दोगुनी हो गई है। एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष २०२४ के लोक सभा चुनाव में कुल ८,३३७ उम्मीदवारों में ३१ फीसदी उम्मीदवारों की संपत्ति १ करोड़ रुपये से ज्यादा आंकी गई है, जबकि वर्ष २००९ के लोक सभा चुनाव में कुल उम्मीदवारों में १६ फीसदी उम्मीदवार करोड़पति थे। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष २०१४ के चुनाव में करोड़पति उम्मीदवारों की संख्या २७ प्रतिशत और पिछले लोक सभा चुनाव में २९ प्रतिशत थी। एडीआर ने मौजूदा चुनाव में ८,३३७ उम्मीदवारों के हलफनामे का विश्लेषण किया, जिसमें २,५७२ उम्मीदवारों की संपत्ति एक करोड़ रुपये से अधिक पाई गई। इनमें भी १२ प्रतिशत यानी १०१८ उम्मीदवारों की संपत्ति ५ करोड़ रुपये से अधिक है और ९ फीसदी उम्मीदवार ऐसे हैं, जिनके पास २ से ५ करोड़ रुपये के बीच संपत्ति है। रिपोर्ट बताती है कि सबसे ज्यादा ९२ फीसदी करोड़पति उम्मीदवार भाजपा के हैं। इसके बाद कांग्रेस का नंबर आता है, जिसके ८९ फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं, जबकि सीपीआईएम के करोड़पति उम्मीदवारों की संख्या ५२ फीसदी है। वर्ष २०२४ का चुनाव लड़ने वाले प्रत्येक उम्मीदवार की औसत संपत्ति भी ६.२३ करोड़ आंकी गई है।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार और समीक्षक हैं।)

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