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आवारा कुत्तों व बिल्लियों के बाद चूहों की चुनौती…मनपा अस्पतालों के आईसीयू, एनआईसीयू और इमरजेंसी वॉर्ड बेधड़क लगा रहे दौड़

-मनपा का स्वास्थ्य विभाग हुआ पस्त

 सामना संवाददाता / मुंबई

मुंबई मनपा प्रशासन की तरफ से अक्सर दावे किए जाते हैं कि वह न केवल मरीजों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करा रहा है, बल्कि विभिन्न वॉर्डों में भर्ती मरीजों का समुचित इलाज के साथ ही उनकी सुरक्षा का भी खासा ध्यान रखा जाता है। हालांकि, मनपा के दावे अक्सर खोखले ही साबित होते रहे हैं। बीते दिनों चूहों के चलते कांदिवली के शताब्दी अस्पताल में ऑपरेशन थिएटर को बंद करना पड़ा है, जो अभी भी बंद ही है। इसी में अब राजावाड़ी जैसे अस्पतालों में भी चूहों ने आतंक मचाना शुरू कर दिया है। बताया गया है कि ये चूहे अस्पतालों के आईसीयू, एनआईसीयू, इमरजेंसी आदि विभागों में दिखाए दे रहे हैं, जो जमीन और छत पर बेधड़क घूम रहे हैं। कुल मिलाकर तमाम कोशिशों के बावजूद चूहों ने मनपा के स्वास्थ्य विभाग को पस्त कर दिया है। ऐसे में मरीजों के परिजन कह रहे हैं कि यदि इसे गंभीरता से नहीं लिया गया तो मनपा अस्पतालों में मूसक मरीजों को मौत के मुहाने पर पहुंचा सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि मुंबई मनपा के कूपर, शताब्दी, सायन, केईएम, नायर, राजावाड़ी अस्पतालों में आवारा कुत्तों और बिल्लियों के साथ ही चूहों ने भी आतंक मचा रखा है। इन अस्पतालों में साफ-सफाई का अभाव है। आलम यह है कि कई जगहों पर आसानी से कूड़े के ढेर दिखाई देते हैं। इनमें कुत्तों और बिल्लियों के साथ ही चूहे भी भोजन की तलाश में भटकते रहते हैं। साथ ही कूडों को तितर-बितर करने का काम करते हैं। मनपा के राजावाड़ी अस्पताल में तीन साल पहले चूहे ने साल २०२१ में आईसीयू में भर्ती २४ वर्षीय मरीज श्रीनिवास एल्ल्पा की दोनों आंखों को फोड़ दिया था। इस घटना के दो दिन बाद ही उस मरीज की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद भी आज तक अस्पताल प्रशासन की आंखें नहीं खुली हैं। यही कारण है कि इस अस्पताल में आज भी चूहे बेधड़क घूम रहे हैं।
बढ़ी चूहों की संख्या
जानकारी के अनुसार, अस्पताल परिसर में ड्रेनेज लाइन की पाइपों के कारण पैâले गंदगी से चूहों की संख्या बढ़ गई है। ड्रेनेज लाइन एमआईसीयू इमारत से सटी हुई है, जहां भारी अस्वच्छता है।
बंद करना पड़ा ऑपरेशन थिएटर 
कांदिवली में मनपा के शताब्दी अस्पताल के सभी ऑपरेशन थिएटर को दो से ढाई महीने के लिए बंद करना पड़ा। इस समय जरूरी सर्जरी के लिए मरीजों को नजदीकी अन्य मनपा अस्पतालों में रेफर किया जा रहा है। अस्पताल का सेंट्रल पाइप काफी पुरानी थी और उसे चूहों ने भी कुतर दिया था इसलिए काम कई चरणों में करना पड़ा, लेकिन एक जगह काम के दौरान पूरा डक्ट नीचे आ गया, जिसके बाद डक्ट में मौजूद धूल ओटी में बहने लगी। ऐसे में ओटी में संक्रमण का खतरा बढ़ गया था। इसीलिए यहां डक्ट की सफाई होने तक सभी ओटी को बंद कर दिया गया है।
संक्रमण का बढ़ा खतरा 
कूपर अस्पताल के डॉक्टरों ने पिछले महीने अस्पताल के नेत्र रोग ऑपरेशन थिएटर में चूहों की समस्या के बारे में प्रशासन से शिकायत की थी। हालांकि, अभी तक कोई समाधान नहीं निकलने से इन चूहों के कारण ऑपरेशन थिएटर में मरीजों को संक्रमण का खतरा बना हुआ है, वहीं अक्टूबर २०१८ में कांदिवली में शताब्दी अस्पताल में चूहों द्वारा एक बुजुर्ग लकवाग्रस्त मरीज की आंख और पैर काटने की घटना हुई थी। मनपा के अतिरिक्त आयुक्त डॉ. सुधाकर शिंदे ने कहा है कि राजावाड़ी समेत कई अस्पताल परिसरों में चूहों के आतंक की शिकायतें मिली हैं। स्वास्थ्य अधीक्षक के साथ-साथ कीटनाशक विभाग को अस्पताल परिसरों से चूहों को भगाने का आदेश दिया जाएगा।

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