सामना संवाददाता / मुंबई
हमने चुनाव आयोग के पास १७ पत्र भेजे, लेकिन आयोग ने उन पर एक साधारण रसीद भी आज तक नहीं दी इसलिए उद्धव ठाकरे के पत्रकार परिषद को लेकर आयोग कुछ कार्रवाई भी करता है तो हम उसका स्वागत करेंगे। फिलहाल, भाजपा चुनाव आयोग की शाखा बन गई है। ऐसे में आज शाम के बाद उन्हें इसका जवाब देना होगा। इस तरह का जोरदार हमला शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने किया है।
मीडिया से बातचीत के दौरान सांसद संजय राऊत ने चुनाव आयोग की दोहरी नीति पर तंज कसते हुए कहा कि मुझे लग रहा है कि १७ बार शिकायती लेटर भेजने के बावजूद न तो कोई सूचना दी गई और न ही शिकायतों पर कोई हस्तक्षेप ही किए गए। अमित शाह के भाजपा को वोटिंग करिए, रामलला का मुफ्त दर्शन करनेवाले बयान को लेकर बहुत ही महत्वपूर्ण पत्र भेजा। उसकी रसीद नहीं मिली। महाराष्ट्र में सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग और पैसे बांटे जाने को लेकर हमने कुछ जानकारी भेजी, उन पर कार्रवाई नहीं होती है। लेकिन शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे के २० मई को हुई पत्रकार परिषद को लेकर भाजपा पदाधिकारी पत्र भेजते हैं और उस पर केंद्रीय चुनाव आयोग तत्परता के साथ कार्रवाई का आदेश देता है। हम इस कार्रवाई का स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग स्वतंत्र व निष्पक्ष नहीं रह गया है। संविधान का अनुसरण तक नहीं कर रहा है। यह भाजपा की शाखा बन चुका है। ऐसे में चुनाव के बाद इन सभी को लेकर जवाब देना होगा।
मोदी की भी थी मूक पत्रकार परिषद
नरेंद्र मोदी के ध्यान धारण पर तंज कसते हुए संजय राऊत ने कहा कि वे ३० तारीख को १० वैâमरे लगाकर ध्यानस्थ बैठे और सभी समाचार चैनल २४ घंटे उनके मूक प्रचार को दिखाते रहे। यह भी एक मूक प्रचार था। उसे चुनाव आयोग ने आंखें खोलकर नहीं देखा। क्या चुनाव आयोग भी तपस्या में बैठा था? मूकदर्शक बना रहा, ठीक है, क्या कार्रवाई होती है उसे देखते हैं। कल स्पष्ट हो जाएगा, कौन किस पर कार्रवाई करता है।
पूरी दुनिया की नजर
सांसद संजय राऊत ने कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं कि पूरी दुनिया का ध्यान हिंदुस्थान पर केंद्रित है। हालांकि, ये निगाहें देश के लोकतंत्र पर टिकी हैं। क्या इस देश में लोकतंत्र कायम रहेगा? क्या मोदी जी लोकतंत्र को टिकने देंगे? क्या मोदी वोटों की गिनती ठीक से होने देंगे? हमारी इस पर नजर गड़ी हुई हैं। उन्होंने चुनाव आयोग पर भी निशाना साधते हुए कहा कि यह एक संवैधानिक स्वतंत्र संस्था है, लेकिन इस पर भी लोगों के मन में कई संदेह हैं।
शिवसेना पर न बोलें एैरे-गैरे!
पत्रकारों द्वारा रवि राणा के बयान के बारे में पूछे जाने पर संजय राऊत ने कहा कि शिवसेना पर कोई एैरे-गैरे न बोलें। कौन है रवि राणा? उसका राजनीति से क्या संबंध है? शिवसेना महाराष्ट्र का सबसे पुराना पक्ष है। पिछले २५ साल से उद्धव ठाकरे पक्ष चला रहे हैं। ऐसे पक्ष की भूमिका के बारे में कोई एैरा-गैरा बात करे यह सही नहीं है। तुम अपना देखो। हमारे मुंह न लगो।
नैतिकता का है उल्लंघन
मतदान के दिन मोदी ध्यान करते हैं। उन पर सभी चैनल ध्यान केंद्रित करते हैं, यह नैतिकता का उल्लंघन है। देश के गृहमंत्री अमित शाह का १५० जिलाधिकारियों को फोन करके निर्देश देना भी आचार संहिता का उल्लंघन है। जिस तरह से पोलिंग एजेंट को रोका गया वह भी ठीक नहीं है। एग्जिट पोल जिस तरह से आते हैं, इससे लोगों पर मानसिक दबाव पड़ रहा है। हमें चुनाव आयोग को लगातार बताना होगा कि आप एक स्वतंत्र संस्था हैं। आप भाजपा के गुलाम नहीं हैं।
-संजय राऊत,
सांसद व शिवसेना नेता