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बढ़ गई है आर्द्रता…पसीने से तरबतर हो रहे लोग

-मुंबई में बढ़ा सूर्य का प्रकोप…गर्मी से सहमे लोग

सामना संवाददाता / मुंबई

मुंबई और कोकण सहित उपनगरों में बढ़ी हुई आर्द्रता के कारण गर्मी तेज हो गई है। इससे लोगों के शरीर से पसीने की धाराएं छूट रही हैं। बहरहाल, मुंबई के ज्यादातर हिस्सों में सूरज देवता का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है, जो असहनीय हो रहा है, इससे मुंबईकर हैरान और सहमे हुए हैं। हालांकि, अब जबकि मानसून का आगमन होने जा रहा है, ऐसे में जून महीने की शुरुआत से कई लोग बारिश को लेकर जिज्ञासु बने हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि मुंबई के कोलाबा में मंगलवार को अधिकतम तापमान ३५.६ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान २८.७ डिग्री सेल्सियस था। सांताक्रूज में अधिकतम तापमान ३५.५ डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान ३०.० डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बढ़ते तापमान के कारण अरब सागर से भाप भरी हवाएं आ रही हैं। बता दें कि राज्य में मानसून की शुरुआत के लिए अनुकूल जलवायु है, इसलिए अगले तीन-चार दिनों में मानसून कोकण और फिर महाराष्ट्र के अन्य क्षेत्रों में प्रवेश करेगा। राज्य में बादल छाए रहने के कारण मौसम विभाग ने तूफानी हवाओं के साथ बारिश की संभावना जताई है। प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की धूप दिखाई दे रही है। तीन दिन पहले तक केरल में मानसून रुका हुआ था। हालांकि, अनुकूल माहौल बनने से अब मानसून तेजी से आगे बढ़ रहा है। सोमवार को मानसून अपने अगले चरण में पहुंच गया और तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक के कुछ हिस्सों को कवर कर लिया। अनुमान है कि अगले तीन-चार दिनों में मानसून महाराष्ट्र में प्रवेश कर सकता है।

हीट स्ट्रोक का खतरा
पिछले दो दिनों से मुंबई में सूरज की तपिश और अधिक बढ़ गई है। ऐसे में दोपहर में बाहर घूमने पर नागरिकों के शरीर से पसीने की धाराएं छूट रही हैं। यह बढ़ती गर्मी शहरवासियों के लिए परेशानी का सबब बनते जा रही है। लगातार धूप में काम करने से शरीर के तापमान नियंत्रण प्रणाली में दिक्ततें आ जाती हैं। परिणामस्वरूप, शरीर में पानी का स्तर कम हो जाता है। ऐसे में यदि आप बिना किसी सुरक्षा के धूप में चलते हैं, तो यह अनुमान लगाया जाता है कि आप हीट स्ट्रोक के शिकार हो सकते हैं।

सावधानी बरतने की जरूरत
चिकित्सकों के मुताबिक, गर्मी बढ़ने से कई लोग उल्टी, चक्कर आना, डिहाइड्रेशन, बेहोशी और हीट स्ट्रोक से पीड़ित हो रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से मुंबई में गर्मी का प्रकोप बढ़ने से नागरिक सहम गए हैं। गर्मी में तापमान को नियंत्रित करने के लिए शरीर में एक तंत्र होता है। यदि इसकी कार्यप्रणाली बाधित होती है, तो नागरिक लू के शिकार होते हैं। इसलिए सूरज की गर्मी के दौरान शरीर के तापमान-नियमन प्रणाली को सुचारु रूप से चालू रखने के लिए लगातार पानी का सेवन करना आवश्यक है। डॉक्टरों ने सलाह दी है कि आनेवाले दिनों में गर्मी को देखते हुए नागरिकों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है।

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