-जीटी अस्पताल में गर्भवती को मिला जीवनदान
सामना संवाददाता / मुंबई
मस्तिष्क की जटिल बीमारी की शिकार होने के बाद जीटी अस्पताल में भर्ती कराई गई गर्भवती युवती ने जिंदगी की आस नहीं छोड़ी। इलाज के बाद अब युवती स्वस्थ है, उसे अभी भी आईसीयू में रखा गया है। मिली जानकारी के अनुसार, मुंबई के कोलाबा में रहनेवाली २० वर्षीया गर्भवती युवती को अचानक सिर में तेज दर्द होने लगा। इतना ही नहीं उसे आंखों से धुंधला दिखाई दे रहा था, उसका ब्लड भी प्रेशर बढ़ गया था। जिसके बाद उसके परिजन उसे मुंबई के कामा अस्पताल लेकर पहुंचे। अस्पताल में जब उसकी मेडिकल जांच हुई, तब पता चला कि वह एक्लेम्पसिया नामक बीमारी से जूझ रही है। ऐसे में उसे एंटीहाइपरटेन्सिव और एंटीकॉन्वल्सेंट दवाएं दी गईं। इतना ही नहीं उसे तुरंत आपातकालीन सिजेरियन सेक्शन के लिए ले जाया गया। ऑपरेशन के बाद मरीज को जब थिएटर से बाहर निकाला गया, तो चिकित्सकों ने देखा गया कि वह कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रही थी। इसके बाद उसे तुरंत जीटी अस्पताल में ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे वेंटिलेटर पर रख दिया। इस बीच मरीज के सीटी स्वैâन से पता चला कि मस्तिष्क में पोस्टीरियर रिवर्सिबल एन्सेपैâलोपैथी सिंड्रोम है। बीमारी का पता चलते ही चिकित्सकों ने इसकी दवा शुरू कर दी।