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रियासी हमले की जांच में जुटी एनआईए, हजारों सैनिक, मुश्की कुत्ते और ड्रोन तलाश रहे हमलावरों को

सुरेश एस डुग्गर / जम्मू

रियासी हमले में शामिल आतंकियों को तलाशने और उन्हें मार गिराने की कवायद के तहत एनआईए भी जुटी हुई है और हजारों सैनिक भी। दर्जनों मुश्की कुत्ते हमलावरों की थाह पाने की कोशिश में हैं, जबकि बीसियों ड्रोन भी आसमान से सैनिकों की आंखें बन धरती पर नजरें रखे हुए हैं। इस बीच इस हमले के विरोध में रियासी में बंद रहा और शिवखोड़ी में पहुंचने वालों की संख्या बहुत कम रही।
रियासी जिले में श्रद्धालुओं से भरी बस पर हुए आतंकी हमले की जांच एनआईए के हवले कर दी गई है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम पुलिस की मदद करने और जमीनी हालात का आकलन करने के लिए आज सुबह जम्मू संभाग के जिला रियासी पहुंच गई थी। एनआईए की फोरेंसिक टीम भी जमीनी स्तर से साक्ष्य जुटाने में मदद करने की कोशिश कर रही है। अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए), राज्य जांच एजेंसी (एसआईए) और फोरेंसिक विभाग की टीमों ने आतंकवादी हमले के स्थल का दौरा किया और जांच शुरू की।
रियासी में आतंकी हमले को लेकर शिवखोड़ी के आधार शिविर रनसू में सोमवार को बाजार भी बंद रहा। दुकानदारों ने दुकानें बंद रखीं। घोड़ा, पिट्ठू और पालकी की सेवा देने वाले लोगों ने सोमवार को हमले के विरोध में अपनी सेवाएं बंद रखी। दुकानदारों ने बाजार में एक जगह एकत्रित होकर धरना दिया। इस दौरान हमले पर कड़ा रोष जताया गया। साथ ही हमले में मारे गए लोगों के परिजनों संग संवेदनाएं व्यक्त कीं। इसके साथ ही घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
रियासी में पुलिस, एसओजी, सीआरपीएफ, सेना के जवानों द्वारा तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। वन क्षेत्र में तलाशी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। रविवार की शाम को रियासी में तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस पर आतंकवादियों ने हमला किया था, जिसमें एक मासूम बच्चे समेत नौ श्रद्धालुओं की जान चली गई थी, जबकि कई गंभीर घायल हैं।
अधिकारियों ने बताया कि सेना, पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) समेत सुरक्षा बलों ने राजौरी जिले की सीमा से लगे तेरयाथ-पोनी-शिव खोरी इलाके की बहुआयामी घेराबंदी कर दी है। उन्होंने बताया कि ड्रोन और खोजी कुत्तों समेत निगरानी उपकरणों से लैस होकर इलाके और जिले के आसपास के इलाकों में व्यापक तलाशी अभियान शुरू हो गया है। सूत्रों ने बताया कि हमले में शामिल आतंकवादियों के पड़ोसी राजौरी और रियासी के ऊपरी इलाकों में छिपे होने की आशंका है। उन्होंने बताया कि इस इलाके में घने जंगल और गहरी खाइयां हैं। रियासी की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मोहिता शर्मा ने बताया कि इलाके में तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है। उन्हें (आतंकवादियों को) पकड़ने के प्रयास जारी हैं। जानकारी के अनुसार, हमले में दो आतंकवादी शामिल थे।
दुकानदारों और स्थानीय लोगों ने जम्मू कश्मीर प्रशासन से आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने रियासी से पौनी और आधार शिविर व शिवखोड़ी यात्रा मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने की मांग की। वहीं, रविवार को हुए हमले के बाद सोमवार को शिवखोड़ी धाम में यात्रियों की आवाजाही आम दिनों के मुकाबले कुछ कम दिखी।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को जीएमसी और नारायणा अस्पताल में घायल यात्रियों से मुलाकात की और कहा कि यह आतंकवादी हमला जम्मू क्षेत्र में अशांति फैलाने की नापाक साजिश का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि ऐसी कोशिशों को नाकाम कर दिया जाएगा।

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