-स्कूल बस संगठन हुए आक्रामक
-२४ से ४० प्रतिशत किराया बढ़ाने की दी चेतावनी
धीरेंद्र उपाध्याय / मुंबई
प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक स्कूलों को सुबह नौ के बाद शुरू करने वाले सरकार के फैसले का विरोध होने के बाद इसे वापस लिए जाने का वादा शिक्षा मंत्री ने किया था। हालांकि, अब जबकि स्कूल खुलने जा रहे है ऐसे में घाती सरकार अपने वादे से पलट गई है। शिक्षा विभाग द्वारा बिना चर्चा किए हुए फैसले का क्रियान्वयन कर दिया गया है। इससे स्कूल बस मालिकों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्कूल बस मालिकों ने मांग किया है कि सरकार अपने फैसले पर फिर से विचार करे अन्यथा हमें बसों के किराए में २५ से ४० फीसदी तक की बढ़ोतरी करनी पड़ेगी।
उल्लेखनीय है कि पूर्व प्राथमिक से लेकर चौथी कक्षा तक के स्कूल सुबह नौ बजे के बाद शुरू करने का सरकारी आदेश जारी किया गया है। हालांकि, स्कूल बस मालिक संगठनों ने इस फैसले का विरोध किया है। स्कूल बस मालिकों का कहना है कि स्कूल शिक्षा विभाग ने यह फैसला स्कूल प्रबंधन और स्कूल बस मालिकों से बिना किसी चर्चा के लिया है। सुबह नौ बजे मुंबई में भीड़भाड़ वाले समय में स्कूल बस को ट्रैफिक जाम में फंसना पड़ता है। इसमें राज्य सरकार ने मुंबई में ट्रैफिक जाम और सड़कों की हालत को नजरअंदाज किया है। इसके अलावा अगर प्राथमिक स्कूल सुबह नौ बजे के बाद खुलते हैं तो स्कूल बस मालिकों के लिए दो शिफ्ट का प्रबंध करना संभव नहीं होगा।
व्यस्त समय में लगाने पड़ेंगे आठ चक्कर
स्कूल बस मालिक संगठनों का कहना है कि इसके चलते व्यस्त समय में स्कूल बस को कुल आठ चक्कर लगाने पड़ेंगे। इसलिए यदि यह फैसला नहीं बदला जाता है, साथ में इसके लिए मजबूर किया जाता है तो स्कूल बस मालिक संगठन स्कूल बस किराए को २५ से ४० प्रतिशत तक बढ़ाने का निर्णय ले सकता है। संगठन ने कहा है कि इस फैसले के बाद कुछ स्कूलों के लिए स्कूल बस सेवा प्रदान करना मुश्किल होगा।
मीरा-भायंदर मनपा ने जारी किया आदेश
स्कूल बस ओनर्स असोसिएशन के अध्यक्ष अनिल गर्ग ने कहा कि सरकार ने प्राथमिक और पूर्व प्राथमिक स्कूलों को सुबह नौ बजे के बाद खोलने का फैसला किया था। विरोध के बाद शिक्षा मंत्री ने कहा था कि इस फैसले को वापस ले लिया जाएगा। लेकिन मीरा-भायंदर मनपा के शिक्षाधिकारी ने इन स्कूलों को सुबह नौ बजे के बाद खोलने का निर्णय जारी किया है। इससे छात्रों को भीड़ में ले जाना अधिक कठिन होगा और अधिक समय लगेगा।