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मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में देश हुआ शर्मसार…सेना अध्यक्ष व सीडीएस का हुआ अपमान! 

-प्रोटोकॉल की उड़ाई गईं धज्जियां

-अंबानी परिवार व फिल्मी लोगों को सेनाध्यक्षों से बैठाया आगे

-विपक्ष ने उठाए सवाल

सामना संवाददाता / नई दिल्ली 

पीएम नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में देश को ऐसा नजारा दिखा कि देश शर्मसार हो गया। इस शपथ ग्रहण समारोह में देश के सेनाध्यक्षों व सीडीएस का न केवल अपमान किया गया, बल्कि जमकर प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाई गईं। इस शपथ ग्रहण में सेनाध्यक्षों को पीछे बैठाया गया था, जबकि उनसे आगे फिल्मवालों और बिजनेसमैन को बैठाया गया था। जबकि नियमानुसार सेना अध्यक्षों और सीडीएस को आगे बैठाना चाहिए था। इस तस्वीर के वायरल होते ही विपक्षियों ने भाजपा पर हमला कर दिया और सेना के इस अपमान को लेकर सवाल उठाए।
क्या था मामला?
पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में अडानी-अंबानी सहित देश के बड़े-बड़े बिजनेसमैन उपस्थित थे, साथ ही बॉलीवुड से भी बड़ी-बड़ी हस्तियों को बुलाया गया था। लेकिन अडानी, अंबानी परिवार और शाहरुख खान सहित अन्य अभिनेताओं को दूसरी लाइन में बैठाया गया था, जबकि सेना अध्यक्षों व सीडीएस को पांचवीं लाइन में जगह दी गई थी। नियम व प्रोटोकॉल के हिसाब से सेनाध्यक्ष व सीडीएस अग्रिम पंक्ति में रहते हैं, जैसे कि स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस पर इन्हें स्थान दिया जाता है।
राजद ने उठाए सवाल 
अब इसे लेकर विपक्ष भाजपा को घेर रहा है। विपक्ष ने कहा है कि यह न केवल सेना का अपमान है बल्कि निर्धारित प्रोटोकॉल का उल्लंघन भी है। वहीं राजद ने ट्वीट कर कहा कि मोदी जी ने सेना प्रमुखों को नाचने-गाने वाले अभिनेताओं के पीछे की लाइन में बैठाकर क्या इस देश की फौज, फौजियों और देशभक्तों का अपमान नहीं किया है? अंधभक्तों, क्या यही देश की सेना का सम्मान है? तानाशाह अग्निवीर जैसी योजनाओं को लागू कर अब सेना को भी कमजोर करना चाहते हैं।
कांग्रेस ने भी की निंदा 
कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह में प्रोटोकॉल को तार-तार करने का काम किया गया है। सीडीएस समेत तीनों सेनाओं के अध्यक्षों को बहुत पीछे बैठाया गया और उनसे आगे बहुत से उद्योगपतियों और अभिनेताओं को बैठाने का काम सरकार के माध्यम से किया गया है। ये दुर्भाग्य है और हम इसकी निंदा करना चाहते हैं।

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