-सुप्रीम कोर्ट ने दिया आदेश…दोबारा देना होगा एग्जाम
सामना संवाददाता / मुंबई
नीट परीक्षा में धांधली को लेकर छात्रों को बड़ी राहत देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला दिया है। कोर्ट ने इस परीक्षा में ग्रेस मार्क के संदर्भ में खामियां पाते हुए नीट परीक्षा में ग्रेस मार्क को रद्द किया है। साथ ही ग्रेस मार्क मामले में प्रभावित १,५६३ छात्रों के लिए नीट परीक्षा आयोजक एनटीए को पुन: परीक्षा आयोजित करने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने याचिकाकर्ता को बताया कि एनटीए ने उनकी बात मान ली है। एनटीए १,५६३ छात्रों के लिए पुन: परीक्षा आयोजित करेगा। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद से नीट परीक्षा में हो रही धांधली खुलकर सामने आई है। नीट परीक्षा में धांधली और पेपर लीक होने की शिकायत को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी। बता दें कि इस साल कुल ६७ छात्रों ने ७२० अंक प्राप्त किए। हरियाणा का फरीदाबाद अनियमितताओं के संदेह को लेकर सुर्खियों में रहा, क्योंकि इस एक ही केंद्र के छह उम्मीदवारों के ७२० अंक प्राप्त हुए हैं।
नीट परीक्षा परिणाम को लेकर सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं दायर हैं, जिसमें से ग्रेस मार्क्स, पुन: परीक्षा और परीक्षा वैंâसिल वाली याचिकाओं पर कल सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। याचिका में अलख पांडे ने सर्वोच्च न्यायालय से आग्रह किया कि वह अपनी निगरानी में एक एक्सपर्ट पैनल गठित करे, जो नीट (यूजी) २०२४ की परीक्षा प्रक्रिया और परिणामों की जांच करें। न्यायमूर्ति विक्रम नाथ और न्यायमूर्ति संदीप मेहता की अवकाश पीठ इस मामले की सुनवाई की। छात्र सुमित अग्रवाल ने कहा कि एनटीए ने सुप्रीम कोर्ट में अपनी खामियों को स्वीकार किया है। छात्र एनटीए पर पूरा भरोसा करते हैं, लेकिन इस तरह से पेपर लीक होने से नीट परीक्षा की विश्वसनीयता खत्म हो रही है। नीट परीक्षा में धांधली सामने आने के साथ ही पश्चिम बंगाल में छात्रों ने प्रदर्शन किया है। छात्रों ने पेपर लीक और परीक्षा में धांधली के लिए केंद्र सरकार को जवाबदार बताते हुए दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
एनटीए ने दिया ऑप्शन
सुप्रीम कोर्ट ने कल याचिकाकर्ता को बताया कि एनटीए ने उनकी बात मानते हुए ग्रेस मार्क को हटा रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा कि केवल वो छात्र ही शामिल होंगे, जिन्हें ग्रेस मार्क्स मिले थे। इसके अलावा एनटीए इन छात्रों को एक ऑप्शन दिया है, वे या तो पुन: नीट परीक्षा में शामिल हो सकते हैं या फिर बिना ग्रेस मार्क्स की मार्कशीट के साथ नीट यूजी की काउंसलिंग में शामिल हो सकते हैं। २३ जून को पुन: परीक्षा होगी और परिणाम ३० जून से पहले आ सकता है।
नीट परीक्षा का सत्यानाश!
अभिभावकों एवं छात्रों में नीट परीक्षा में धांधली को लेकर काफी आक्रोश है। उनका कहना है कि नीट परीक्षा का सत्यानाश कर दिया गया है। कोर्ट के आदेश के बाद ग्रेस मार्क रद्द कर पुन: परीक्षा आयोजित की जाएगी, लेकिन इस मामले में दोषियों पर कार्रवाई कब होगी, एक ही सेंटर में इतने लोगों को सौ फीसदी अंक कैसे मिलते हैं। इसकी जांच कब होगी? इस धांधली और भ्रष्टाचार में शामिल लोगों पर कार्रवाई कब होगी?