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मोदी के झूठ से महाराष्ट्र में हारी महायुति!… ३७० पर बोला झूठ कि शिवसेना ने किया विरोध

-असली शिवसेना को नकली बताया…तरह-तरह की अफवाहें फैलाई

’सच तो यह है कि शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने अनुच्छेद ३७० हटने का समर्थन किया था और जब सुप्रीम कोर्ट ने गत दिसंबर में इस पर पैâसला दिया था तो उसका भी स्वागत करते हुए कहा था कि अब वहां चुनाव कराए जाने चाहिए।’

सामना संवाददाता / मुंबई

लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झूठी बातों की झड़ी लगा दी। मोदी के झूठ को महाराष्ट्र के स्वाभिमानी लोगों ने पसंद नहीं किया। इसका नतीजा यह हुआ कि मोदी के झूठ के कारण महाराष्ट्र में महायुति की करारी हार हुई। पिछली बार के मुकाबले भाजपा की सीटें आधी से भी ज्यादा घट गईं। महायुति की इस करारी हार का परिणाम रहा कि भाजपा अपने दम पर बहुमत से काफी दूर रही।
बता दें कि प्रचार के दौरान मोदी ने शिवसेना पर काफी झूठे आरोप लगाए। खासकर अनुच्छेद ३७० को लेकर तो उन्होंने कहा कि जब जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद ३७० हटाया गया तो शिवसेना ने इसका समर्थन नहीं किया, जो कि सरासर झूठ था। सच तो यह है कि शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने अनुच्छेद ३७० हटने का समर्थन किया था और जब सुप्रीम कोर्ट ने गत दिसंबर में इस पर फैसला दिया था तो उसका भी स्वागत करते हुए कहा था कि अब वहां चुनाव कराए जाने चाहिए। इसके अलावा मोदी ने अपने चुनाव प्रचार में भी शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे की शिवसेना को नकली शिवसेना बताकर अफवाह फैलाई, जिसे जनता ने बिल्कुल पसंद नहीं किया। ऐसे में जनता ने वोटिंग के दिन महायुति को उसकी औकात दिखा दी।
ठाणे के रहनेवाले रोहित शुक्ला कहते हैं कि मोदी सरकार ने अनुच्छेद ३७० पर शिवसेना के विरोध की झूठी कहानी गढ़ी। पर लोग काफी समझदार हैं और सच-झूठ में फर्क करना जानते हैं। नई मुंबई के सुनील शर्मा कहते हैं, नकली शिवसेना जैसे झूठी बातें मंच से बोलकर लोगों को भ्रमित करने की कोशिश की गई। इसी तरह कल्याण की रहनेवाली अनिता गायकवाड़ कहती हैं, महाराष्ट्र में महायुति की हार में मोदी के झूठे दावों का बड़ा हाथ है। बोईसर के रहनेवाले सुरेश कुमार का कहना है कि मोदी ने चुनाव जीतने के लिए झूठ पर झूठ बोला है। उन्होंने असली शिवसेना को नकली शिवसेना बताकर महाराष्ट्र के लोगों की भावनाओं को आहत किया, जिसके बाद लोगों ने चुनाव में उन्हें पटखनी देकर सबक सिखाया है।

अनुच्छेद-३७० हटाने पर शिवसेना ने बांटी थी मिठाई!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान महाराष्ट्र में खूब झूठ बोला था। इसे यहां के लोगों ने पसंद नहीं किया। नतीजतन महायुति की बुरी हार हुई। इसमें खासकर अनुच्छेद ३७० पर बोला गया झूठ शामिल था। इस बारे में पालघर के जयेश पाटील का कहना है कि मोदी ने ३७० पर झूठ बोला कि शिवसेना विरोध में थी। उन्होंने जमकर अफवाह भी पैâलाई। लेकिन लोग भ्रमित नहीं हुए और चुनाव परिणाम में महायुति को हार का सामना करना पड़ा। घोड़बंदर (ठाणे) के रहनेवाले पुरुषोत्तम गौड का कहना है कि शिवसेना ने न तो हिंदुत्व और न ही अपने झंडे में फर्क किया, जिनके खुद के झंडे में हरा रंग है, वो क्या जाने भगवा वजूद क्या होता है। कल्याण की रहनेवाली मंजू जितेंद्र शर्मा कहती हैं कि जब अनुच्छेद-३७० हटाया गया तब कल्याण के मेरे घर में ही नहीं, पूरे देश में खुशी मनाई गई थी। मुझे याद है कल्याण में शिवसेना ने घर-घर जाकर मिठाई बांटी थी और पटाखे फोड़े थे। कोई भी इसे झुठला नहीं सकता।
भिवंडी में रहनेवाले बसंत बद्री लाल शर्मा कहते हैं कि झूठ बोलकर सत्ता हासिल करने वाले जल्द ही हाशिए पर चले जाएंगे। अब जनता जाग गई है। महंगाई और बेरोजगारी काबू करने की बजाय झूठ पैâलाएंगे तो जनता भाजपा को घर बैठा देगी। मुंबईकर राजू सरोज कहते हैं कि ४०० पार के नारे के साथ मोदी के झूठ ने महाराष्ट्र में महायुति का बेड़ा गर्क किया। नकली ‘शिवसेना’ के साथ महाराष्ट्र में इतनी सभाएं करना मोदी को भारी पड़ गया। एनसीपी के मुंबई सचिव जोसेफ शांतिमानो कहते हैं कि महाराष्ट्र में मोदी ने १९ सभाएं और एक रोड शो किया पर जनता ने महायुति को बुरी तरह से नकार दिया। जनता को मोदी का बारबार झूठ बोलना पसंद नहीं आया।
ठाणे में रहनेवाले उज्ज्वल कुमार कहते हैं कि मोदी झूठे हैं। उन्होंने सत्ता में आने से पहले किए वादे भी पूरे नहीं किए, वहीं कश्मीर से ३७० हटाने पर शिवसेना ने समर्थन नहीं किया ऐसा झूठ बोला। सभी जानते हैं कि शिवसेना हमेशा जम्मू- कश्मीर के हिंदू पंडितों को लेकर खड़ी रही है। इसी झूठ की वजह से महायुति की हार हुई है। बोरीवली की रहनेवाली पूजा मिश्रा कहती हैं कि महाराष्ट्र में भाजपा केवल शिवसेना की वजह से जीतती आई है। शिवसेना हमेशा से ही जम्मू-कश्मीर को लेकर लड़ती आ रही है, ऐसे में ३७० हटाने पर शिवसेना समर्थन न करे, यह बात पूरी तरह से गलत है।

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