सामना संवाददाता / नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत न मिलने के कारण बीजेपी का पूरा दारोमदार एनडीए के घटक दलों पर निर्भर है। घटक दलों के सहयोग से बीजेपी को बहुमत मिलने के साथ केंद्र में एक बार फिर एनडीए सरकार बन गई है। लगातार तीसरी बार एनडीए सरकार बनी है और नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं, लेकिन दावा है कि घटक दलों के सहारे खड़ी बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार में राजनीतिक भूकंप आनेवाला है।
चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी बीजेपी के लिए अब केंद्र में सरकार बनाए रखने के लिए टीडीपी और जेडीयू जैसे एनडीए के घटक दलों पर निर्भर रहने का समय आ गया है। जिन राज्यों में बीजेपी का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है, वहां पार्टी की चिंता बढ़ गई है। वहां के सांसदों द्वारा पार्टी बदलने से बीजेपी में भारी चिंता है। इसी तरह तृणमूल कांग्रेस सांसद साकेत गोखले ने बड़ा दावा किया है, जिससे राजनीतिक गलियारे में हलचल मच गई है।
क्या दावा किया है?
साकेत गोखले तृणमूल कांग्रेस से राज्यसभा सदस्य हैं। साकेत गोखले ने दावा किया है कि बीजेपी के तीन सांसद जल्द ही तृणमूल कांग्रेस में शामिल होंगे। अगर बीजेपी के तीन सांसद पार्टी बदलते हैं तो उनके पास सिर्फ २३७ सांसद बचेंगे। ‘इंडिया’ गठबंधन के सांसदों की संख्या २३७ से बढ़कर २४० हो जाएगी, इसलिए नरेंद्र मोदी की यह अस्थिर सरकार लंबे समय तक नहीं चलेगी, ऐसा दावा साकेत गोखले ने किया है।