मुख्यपृष्ठनए समाचारसंघ ने तय किया तो मोदी सरकार १५ मिनट भी सत्ता में...

संघ ने तय किया तो मोदी सरकार १५ मिनट भी सत्ता में नहीं रह पाएगी!…संजय राऊत का जोरदार हमला

सामना संवाददाता / मुंबई

शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष के नेता, सांसद संजय राऊत ने कल पत्रकार परिषद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। इस मौके पर उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से बीजेपी की आलोचना पर भी टिप्पणी की।
सरसंघचालक मोहन भागवत ने बयान दिया कि लोकसेवक को अहंकार नहीं होना चाहिए लेकिन पिछले दस वर्षों में हमने इस देश में केवल अहंकार, ईर्ष्या, बदले की राजनीति, सत्ता का दुरुपयोग ही देखा है। बीजेपी की मातृ संस्था राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भी ये सब देखा है। हमने सोचा था कि संघ के लोग निडर होकर आगे आएंगे और इस अहंकार का विरोध करेंगे। यही हमारी और जनता की अपेक्षा थी, लेकिन हकीकत में ऐसा कुछ नहीं हुआ। १९८५ में इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगा दिया था। तब सरसंघचालक बालासाहब देवरस थे। उस समय उन्होंने उस तानाशाही का विरोध किया था। इसके लिए उन्हें जेल में डाल दिया गया था। हम इसे भूल नहीं सकते। संघ के कुछ नेताओं ने इस देश में लोकतंत्र को बचाए रखने में योगदान दिया है, लेकिन पिछले दस सालों में हमने संघ की बिल्कुल विपरीत भूमिका देखी है। ‘जिसने भी भाजपा के अहंकार को रोका है, तो वह जनता ने ही रोका है। हमें संघ से यही उम्मीद थी। लेकिन मौजूदा समय में जिस तरह से संघ बीजेपी को तीखे शब्द सुना रहा है। उससे यह साफ होता है कि आप जल्द ही उन अहंकारियों को सत्ता से हटाने का प्रयास करेंगे। हमें विश्वास है कि आप ऐसा कर सकते हैं, ऐसा आह्वान संजय राऊत ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक से किया हैं।
उन्होंने कहा कि बीजेपी ने ३० से ज्यादा सीटों पर हेराफेरी की हैं। बीजेपी ने दबाव बनाकर वहां जीत हासिल की है। वाराणसी, अयोध्या, चित्रकूट, रामेश्वरम, रामटेक, नासिक में बीजेपी हार गई, मोदी हार गए, शाह हार गए। जिस पवित्र भूमि पर राम रहते हैं, वहां अहंकार का नाश हुआ है। भगवान श्रीराम ने रावण का वध इसीलिए किया, क्योंकि वह अहंकारी था। आज वही अहंकार राम के नाम पर चल रहा था। लोकतंत्र में जनता ने मतपेटी के माध्यम से अहंकार को हराया है। वह अभी पूरी तरह से हारी नहीं है इसलिए अब संघ को यह काम करना होगा। संघ ने तय कर लिया तो मोदी सरकार १५ मिनट भी सत्ता में नहीं रह पाएगी, वहीं यदि संघ मोदी की अहंकारी सरकार को कमजोर करने का काम कर रहा है, तो मैं इसे उनका राष्ट्रीय कर्तव्य पूरा करने के रूप में एक कारगर कदम मानूंगा, ऐसा भी संजय राऊत ने कहा।
२५ हजार करोड़ के शिखर बैंक घोटाले में पुलिस की ओर से दाखिल की गई अतिरिक्त क्लोजर रिपोर्ट पर अन्ना हजारे ने गुरुवार को सेशन कोर्ट में आपत्ति जताई हैं। इस बारे में पूछे जाने पर संजय राऊत ने अन्ना हजारे पर तंज कसते हुए कहा कि मैं अन्ना हजारे को जागने के लिए बधाई देता हूं। अन्ना चले गए, अन्ना बोले, अन्ना ने पत्र लिखा, मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं। लेकिन यह महाराष्ट्र का एकमात्र शिखर बैंक घोटाला नहीं है। पिछले दस वर्षों में घोटाले ही घोटाले हो गए हैं। घोटालों की बरसात हुई है। अन्ना हजारे को इलेक्टोरल घोटाला, आईएनएस विक्रांत घोटाला, ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल कर वसूली जाने वाली रंगदारी पर आवाज उठानी चाहिए। एकनाथ शिंदे और अजीत पवार के ४० विधायकों के घोटालों पर भी ध्यान देना चाहिए। अन्ना हजारे को रामलीला मैदान जाकर इसका विरोध करना चाहिए। हम सब भी उनके साथ बैठेंगे और विरोध करेंगे, ऐसा भी संजय राऊत ने कहा।

अन्य समाचार