टी-२० विश्वकप २०२४ का ३२वां मुकाबला कल न्यूजीलैंड और युगांडा के बीच त्रिनिदाद में खेला गया। युगांडा और न्यूजीलैंड दोनों ही टीमें सुपर-८ से बाहर हो चुकी हैं। ऐसे में दोनों टीमें इस मैच में सम्मान की लड़ाई के लिए उतरी थीं। इस मैच में न्यूजीलैंड की टीम ने काफी शानदार प्रदर्शन किया और अपनी पहली जीत हासिल की। भले ही न्यूजीलैंड सुपर-८ में पहुंचने में नाकाम रही, लेकिन टीम ने टी-२० विश्वकप के इतिहास की सबसे बड़ी जीत दर्ज की। न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का पैâसला किया, जो बिल्कुल सही साबित हुआ। कीवी गेंदबाजों ने युगांडा को सिर्फ ४० रन पर ढेर कर दिया। टी-२० विश्वकप इतिहास का ये दूसरा सबसे कम स्कोर है। टीम के तीन बल्लेबाज बिना खाता खोले आउट हो गए और सिर्फ २ रन पर ही ३ विकेट गिर गए। इसके बाद १५ रन तक आधी टीम पैवेलियन लौट गई। इसी वजह से पूरी टीम ४० रन ही बना पाई। जवाब में उतरी न्यूजीलैंड की टीम ने ४१ रन के टारगेट को १ विकेट के नुकसान पर ही हासिल कर लिया। इस दौरान डेवोन कॉनवे ने नाबाद २२ रन बनाए और रचीन रवींद्र १ रन बनाकर नाबाद रहे। इससे पहले फिन ऐलेन ९ रन बनाकर आउट हुए। बता दें कि न्यूजीलैंड ने ये टारगेट ५.२ ओवर में चेज किया यानी कीवी टीम ने ८८ गेंद रहते ही इस मुकाबले को जीत लिया। इससे पहले न्यूजीलैंड ने २००७ टी-२० विश्वकप के दौरान डरबन में केन्या के खिलाफ ७४ गेंद रहते मैच अपने नाम किया था।