-आदित्य ठाकरे ने दागी तोप
‘यह चुनाव जनता के लिए था। लोगों ने भाजपा को उनकी जगह दिखा दी। ‘इंडिया’ गठबंधन २३७ पर है, जबकि बीजेपी २४० पर है। आने वाले महीनों में दिल्ली में एक अलग खेल हो सकता है। मुझे इस बात का यकीन है। बीजेपी की राजनीति लोगों पर हमला करना और डराना-धमकाना है।’
सामना संवाददाता / मुंबई
शुरुआत में मुंबई उत्तर-पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के उम्मीदवार अमोल कीर्तिकर को विजेता घोषित किया गया था। इसके बाद ईवीएम में छेड़छाड़ कर ‘घाती’ गुट के रवींद्र वायकर को ४८ वोटों से विजयी घोषित कर दिया गया। ऐसे में लोकसभा चुनाव के नतीजों को लेकर यह सीट चर्चा में है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस संसदीय क्षेत्र का जिक्र करते हुए सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट शेयर कर ईवीएम पर सवालिया निशान उठाया है। राहुल गांधी के बाद शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने भी इस पोस्ट को शेयर किया है। उन्होंने घाती गुट और बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा है कि अगर चुनाव प्रक्रिया में इस तरह की गड़बड़ी हो रही है तो यह मानना होगा कि लोकतंत्र की हत्या हुई है। साथ ही उन्होंने बीजेपी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी में ही सामंजस्य नहीं है इसलिए अगले कुछ महीनों में दिल्ली में अलग खेल हो सकता है।
एक बार का गद्दार, हमेशा के लिए गद्दार
‘घाती’ गुट के उत्तर-पश्चिम उम्मीदवार ने लोकतंत्र के साथ विश्वासघात किया है। चुनाव आयोग सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध नहीं करा रहा है, जिससे पता चलता है कि आयोग भी इसमें शामिल है। चुनाव आयोग द्वारा चंडीगढ़ मामले में जो हुआ उससे उसकी छवि खराब हुई है, उसकी पुनरावृत्ति से बचने के लिए सीसीटीवी नहीं दिया जा रहा है। आदित्य ठाकरे ने यह भी कहा कि अगर ऐसा हो रहा है तो देश में लोकतंत्र की हत्या हो गई है।
हमने देखा है कि एलन मस्क ने भी ईवीएम को लेकर ट्वीट किया है। वे तकनीकी दिग्गज हैं। आज दुनिया के किसी भी देश में ईवीएम का इस्तेमाल नहीं होता, इसलिए हम बैलेट पेपर पर चुनाव कराने की मांग पर कायम हैं। अब मुंबई के उत्तर-पश्चिम लोकसभा क्षेत्र में ईवीएम से छेड़छाड़ की बात सामने आ रही है। इसके बाद चुनाव आयोग ने वहां के सीसीटीवी फुटेज देने से इनकार कर दिया है। दूसरी बात यह है कि ‘घाती’ गुट के एक रिश्तेदार के पास फोन था। उनके फोन पर एक ऐप भी था। वह ईवीएम मशीन को अनलॉक करने में सक्षम थे। अगर आप ऐप और फोन से आए ओटीपी से ईवीएम खोल सकें तो कुछ भी हो सकता है। हमारा तो यही कहना है कि सीसीटीवी फुटेज दीजिए, लेकिन वे ऐसा नहीं कर रहे हैं। इससे साफ है कि घोटाला किया गया है। ऐसी गड़बड़ियां सामने आने के बाद भी ‘घाती’ गुट के सांसदों को शपथ वैâसे दिलाई जा सकती है? ऐसा तीखा सवाल भी आदित्य ठाकरे ने किया। उन्होंने कहा कि भाजपा, घाती गुट ने इतने कुकर्म किए, सरकारी व्यवस्थाओं का दुरुपयोग किया। लेकिन जनता ने उन्हें उनकी जगह दिखा दी है।
हो सकता है दिल्ली में एक अलग खेल
बीजेपी और एनडीए के बीच कोई तालमेल नहीं है। बीजेपी में कुछ नेता ४०० पार की बात करते हैं, कुछ इससे ज्यादा की बात करते हैं, कुछ सीधे संविधान बदलने की बात करते हैं, बीजेपी नेताओं के बयानों से ऐसा लगता है कि इनके बीच कोई सामंजस्य नहीं है।