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बिन पानी सब सून! …जलाशयों में केवल ५.३८ फीसदी पानी

 बारिश का हो रहा बेसब्री से इंतजार
सामना संवाददाता / मुंबई
शहर और उसके आसपास अभी बारिश का इंतजार है। यदि बारिश ने जलाशय क्षेत्रों में दमदार हाजिरी नहीं लगाई तो आनेवाले दिनों में मुंबईकरों के सामने जल संकट की समस्या पैदा हो सकती है। मनपा प्रशासन की तरफ से बताया गया है कि मुंबई को जलापूर्ति करनेवाले सातों जलाशयों में केवल ५.३८ प्रतिशत पानी ही शेष बचा है। ऐसे में यदि ऐसी ही स्थिति बनी रही तो जलापूर्ति कटौती को और अधिक बढ़ाए जाने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। बहरहाल, मुंबई में एक जून से ही १० फीसदी जलापूर्ति कटौती जारी है।

उल्लेखनीय है कि मुंबई को सात जलाशयों मोडक सागर, तानसा, मध्य वैतरणा, विहार, तुलसी और राज्य सरकार की अपर वैतरणा, भातसा से जलापूर्ति की जाती है। इन जलाशयों की जल भंडारण क्षमता १४ लाख ४७ हजार ३६३ मिलियन लीटर है। इनसे दैनिक जलापूर्ति विभिन्न पाइप लाइनों के माध्यम से की जाती है। बारिश न होने, बढ़ती गर्मी और पानी की मांग के साथ ही बड़े पैमाने पर पानी के वाष्पीकरण के कारण जलाशयों में पानी का स्तर कम हो गया है। फिलहाल, मुंबई के पास २० से २२ दिनों के लिए ही पानी शेष है। मुंबई में जल संकट और गहराने की आशंका इसलिए है, क्योंकि अपर वैतरणा और भातसा जलाशयों में शून्य प्रतिशत जल भंडारण है। इस समय जलाशयों में कुल जल भंडारण ७७,८५१ मिलियन लीटर है। मुंबई में प्रतिदिन ३,८०० मिलियन लीटर पानी की आपूर्ति की जाती है। इसमें फिलहाल दस से पंद्रह फीसदी पानी की कटौती की गई है।
प्रदेश में धूप और बारिश का खेल चल रहा है। कई जिलों में भारी बारिश शुरू है तो कहीं पिछले कुछ दिनों से बारिश बंद है। जून के पहले सप्ताह में मुंबई और ठाणे जिले के नागरिकों को भिगोने वाली बारिश अब गायब हो गई है। मौसम विभाग ने अगले २४ घंटों में मुंबई शहर और उपनगरों के लिए बारिश का पूर्वानुमान जताया है। शहर और उपनगरों में आमतौर पर बादल छाए रहेंगे और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।

जलाशयों में जल भंडारण
अपर वैतरणा ० फीसदी
मोडक सागर १५.७३ फीसदी
तानसा २२.०५ फीसदी
मध्य वैतरणा ९.६४ फीसदी
भातसा ० फीसदी
विहार १७.९२ फीसदी
तुलसी २४.४६ फीसदी

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