सामना संवाददाता / मुंबई
जब से देवेंद्र फडणवीस ने ‘घाती’ गुट की सरकार में गृह मंत्रालय का प्रभार संभाला है, मुंबई और इसके आस-पास के इलाके में अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं। यही वजह है कि एमएमआर क्षेत्र में आए दिन अपराध हो रहे हैं। कब, कहां, किसकी जान चली जाए, कहा नहीं जा सकता। ऐसे में आम लोगों का यही कहना है कि फडणवीस के नेतृत्व में गृह मंत्रालय निष्प्रभावी हो गया है।
कल वसई में एक दिल दहला देनेवाली आपराधिक घटना सामने आई, जब एक सनकी प्रेमी ने सरेआम लड़की को मौत के घाट उतार दिया। उस वक्त वहां सड़क पर काफी लोग मौजूद थे, पर सभी तमाशबीन बने रहे। गौरतलब है कि जिस राज्य में मुख्यमंत्री और गृहमंत्री को ही अपराधी धमकाने लगें, उस राज्य की कानून व्यवस्था का तो ईश्वर ही मालिक है। गत फरवरी में सांताक्रुज के एक शख्स ने मुख्यमंत्री शिंदे और गृहमंत्री फडणवीस को ही जान से मारने की धमकी दे दी थी।
मुंबई में बढीं आपराधिक घटनाएं
मिस्टर फडणवीस थोड़ा ध्यान जनता पर भी दीजिए!
मुंबईकरों की गृहमंत्री से विनम्र अपील
‘बहुत तोड़ी पार्टियां, अब अपराधियों की कमर भी तोड़िए’
मुंबई में आपराधिक गतिविधियों में काफी इजाफा हो गया है। गत फरवरी में एक बदमाश ने सीएम और डिपटी सीएम को ही धमकी दे दी थी। इसके बाद पुलिस ने आईपीसी की धारा १५३(ए), ५००, ५०५(३), ५०६(२) और ३४ के तहत मामला दर्ज किया था। इसके बाद मार्च में अलग-अलग घटनाओं में दो बुजुर्ग महिलाओं की हत्या की घटनाओं ने मुंबई में सनसनी पैâला दी। नेपियंसी रोड में एक ६३ साल की बुजुर्ग महिला की हत्या हो गई और मालाड में एक ८९ साल की वृद्धा की हत्या कर दी गई। उसी महीने गृहमंत्री फडणवीस का पीए बताकर सोसायटी का काम करने के नाम पर एक शख्स के १५ लाख रुपए ठगने का मामला सुर्खियों में रहा।
गत फरवरी की शुरुआत में कल्याण में तो एक भाजपा विधायक ने हद ही कर दी। गणपत गायकवाड नामक इस विधायक ने पुलिस स्टेशन के भीतर शिंदे गुट के एक नेता के ऊपर गोलीबारी कर दी थी। यह घटना बताती है कि अपराधियों के साथ ही नेताओं में भी कानून का खौफ नहीं रहा। इसके अलावा गत ८ फरवरी को बोरिवली के आईसी कॉलोनी में पूर्व शिवसेना नगरसेवक अभिषेक घोसालकर की फेसबुक लाइव के दौरान हत्या कर दी गई थी। उस मामले की जांच में भी पुलिस ने काफी ढिलाई बरती, जिससे लोगों में काफी आक्रोश देखा गया। इन सब घटनाओं के मद्देनजर आम मुंबईकरों का यही मानना है कि फडणवीस को दूसरी पार्टियों के तोड़फोड़ में ध्यान लगाने की बजाय अपने काम पर ध्यान देकर अपराधियों की कमर तोड़ने पर ध्यान देना चाहिए, वरना इस शांतिप्रिय शहर में लोगों का चलना मुश्किल हो जाएगा।