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सीईटी में घोटाले के लिए सरकार जिम्मेदार!…राज्यपाल से मिले आदित्य ठाकरे…हस्तक्षेप करने का किया अनुरोध

सामना संवाददाता / मुंबई

नीट और यूजीसी नेट परीक्षा में धांधली उजागर होने के बाद अब इंजीनियरिंग, मेडिकल और फार्मेसी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित होनेवाली सीईटी में भी घोटाला सामने आया है। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने इस घोटाले को लेकर राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने राज्य सरकार से मांग की है कि इस मामले में दोबारा जांच कराने की बजाय पूरे घोटाले की गहन जांच की जाए और भ्रम दूर होने तक दाखिलों को निलंबित कर दिया जाए। इस बीच शनिवार को आदित्य ठाकरे ने राज्यपाल रमेश बैस से मुलाकात कर इस घोटाले से उन्हें अवगत कराया और उन्होंने राज्यपाल से सीईटी में हो रही धांधली में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है।
आदित्य ठाकरे ने रमेश बैस को निवेदन देकर सीईटी सेल को कुछ मुद्दों पर निर्देश देने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि १) छात्रों की उत्तर पुस्तिकाएं मिलनी चाहिए। २) छात्रों के प्रतिशत घोषित करने के अलावा उनके अंक भी घोषित करने चाहिए। ३) विकल्पों में कुल ५४ गलतियों के लिए पेपर सेटर्स को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। ४) १,४२५ आपत्तिकर्ताओं को पूरा रिफंड मिलना चाहिए। आदित्य ठाकरे ने राज्यपाल रमेश बैस से सेल को ऐसे सख्त निर्देश जारी करने का आग्रह किया है। आदित्य ठाकरे ने मुंबई विश्वविद्यालय के रुके हुए सीनेट चुनाव को जल्द से जल्द कराने का भी अनुरोध किया। इस मौके पर पूर्व सीनेट सदस्य प्रदीप सावंत और राजन कोलंबकर उनके साथ थे।
उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले आदित्य ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राज्य सरकार की भूमिका पर संदेह जताया था। आदित्य ठाकरे ने मांग की है कि सीईटी परीक्षा में पारदर्शिता होनी चाहिए।

सीईटी घोटाला मामले की जांच होनी चाहिए और संबंधित अधिकारी को निलंबित किया जाना चाहिए। क्या सीईटी परीक्षा पैसे कमाने के लिए ली गई थी या बच्चों की तैयारी परखने के लिए आयोजित की गई थी। बरसात के मौसम में और चुनाव की पूर्व संध्या पर पुलिस भर्ती क्यों की जा रही है? इस पर भी घोटाले की आशंका जताई जा रही है।
-आदित्य ठाकरे, शिवसेना नेता व युवासेनाप्रमुख

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