गजेंद्र भंडारी
राजनीति में कोई चीज स्थायी नहीं होती है। अनेक समीकरण बनते हैं और समीकरणों के आधार पर ही हार-जीत होती है। यह कहना है सीकर लोकसभा क्षेत्र से दो बार के सांसद रहे और लोकसभा चुनाव २०२४ में भाजपा प्रत्याशी स्वामी सुमेधानंद सरस्वती का। उन्होंने राहुल कस्वां के टिकट से पार्टी को नुकसान की बात भी कही। साथ ही यह भी कहा कि वसुंधरा राजे अगर चुनाव प्रचार करतीं तो पार्टी को फायदा होता। वसुंधरा राजे की झालावाड़ के अलावा अन्य जगह सक्रियता चुनाव में कम रहने के सवाल पर सुमेधानंद सरस्वती ने कहा कि हो सकता है मैडम अगर चुनाव प्रचार में जातीं तो कुछ न कुछ पार्टी को लाभ मिलता। वो दो बार प्रदेश की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं और प्रभावशाली नेता हैं इसलिए इसका प्रभाव जरूर पड़ता, लेकिन वह खुद नहीं गई या पार्टी ने नहीं बुलाया इस बारे में मैं कुछ नहीं कहूंगा। जहां तक लोकसभा २०२४ के चुनाव के प्रथम चरण में राजस्थान की १२ सीटों में से ८ सीटों पर भाजपा हारी। इसका बहुत बड़ा कारण रहा वोट प्रतिशत कम होना, किसान आंदोलन, केंद्र सरकार की अग्निवीर योजना के कारण बहुत नुकसान उसका भी हुआ।
भारी पड़ेगा आदिवासी समाज का विरोध
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के बयान के बाद आदिवासी पार्टी के सांसद राजकुमार रोत ने शिक्षा मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सांसद ने ब्लड सैंपल भेजने की बात कही है, वहीं आदिवासी समाज इस मुद्दे पर एकजुट नजर आ रहा है। लोकसभा चुनाव में क्षत्रिय और जाट समाज का बीजेपी के खिलाफ जाना भारी पड़ गया था, अब कहीं उपचुनाव में आदिवासी समाज का विरोध भी नुकसान न पहुंचा दे। राजकुमार रोत ने ट्वीट कर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि बहुत जल्द शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के सरकारी आवास पर मेरा ब्लड सैंपल भेजा जाएगा और हर आदिवासी के घर से सैंपल भेजने का अभियान चलाया जाएगा। मंत्री जी ड़ीएनए टेस्ट मशीन की व्यवस्था करके रखें। रोत ने मदन दिलावर से माफी मांगने और इस्तीफे देने की मांग की है, वहीं बीजेपी से निष्कासित करने की मांग रखी है। उधर विवाद बढ़ने के बाद शिक्षा मंत्री मंत्री मदन दिलावर ने यू टर्न लेते हुए कहा कि आदिवासी हमारे हिंदू समाज के अभिन्न अंग हैं, अपने बयान को लेकर मदन दिलावर ने कहा कि मुझसे पूछा गया कि कुछ लोग खुद को हिंदू नहीं मानते हैं तो मैंने ये कहा था कि हम डीएनए की जांच करा लेंगे या फिर वंशावली देखने वालों को दिखवा देंगे, लेकिन इस बयान को आदिवासी से जोड़ दिया गया। मैं कहना चाहता हूं कि आदिवासी समाज के लोग श्रेष्ठतम हैं, जिन्होंने सालों से पेड़ों की रक्षा की, जिनसे हमें प्राणवायु मिलती है।
सीएम शर्मा का नया जुमला
राजस्थान में अब भजनलाल सरकार पूरे कामकाज के मूड में आ गई है। प्रदेश में लंबित भर्तियों को लेकर भी सरकार ने नया प्लान बनाया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राजस्थान में अब हर महीने वैकेंसी निकाली जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार कॉलेज लेक्चरर के रिटायरमेंट की उम्र ६५ वर्ष करने पर सरकार विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि अब बेरोजगार युवाओं को परेशान होने की जरूरत नहीं है। हमारी सरकार अब हर महीने वैकेंसी निकालेगी, कोई भी पद खाली नहीं रहेगा। उन्होंने कहा युवाओं की हमारी सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका रही है इसलिए हम युवाओं को परेशान नहीं होने देंगे। सीएम ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने राजस्थान में ऐसी जगह स्कूल-कॉलेज खोल दिए, जहां टीचर नहीं थे। प्रदेश के कॉलेजों में अब १५-२० स्टूडेंट पढ़ रहे हैंैं। सीएम ने कहा कि सरकार कॉलेज में लेक्चरर के रिटायरमेंट की आयु सीमा ६५ वर्ष करने पर विचार कर रही है।