अमिताभ श्रीवास्तव
और इस तरह मेजबान वर्ल्डकप से बाहर हो गया। अमेरिका के साथ मिलकर संयुक्त रूप से विश्वकप का आयोजन करानेवाली दोनों टीमें विश्वकप से बाहर हो गर्इं। अमेरिका से तो वैसे भी कोई उम्मीद नहीं थी, मगर इधर वेस्टइंडीज का प्रदर्शन धुंआधार हो रहा था। बदकिस्मती रही कि जिस मैच को जीतकर वो सेमीफाइनल में जा पहुंचती, उसमें बारिश हुई और डकवर्थ लूईस नियम के तहत लक्ष्य घटाया गया और कैरेबियन टीम को हार का मुंह देखना पड़ा। जी हां, टी-२० वर्ल्डकप २०२४ से वेस्टइंडीज की टीम का सफर समाप्त हो चुका है। उसे `सेमीफाइनल’ मुकाबले में पहुंचने के लिए कल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक बड़ी जीत की जरूरत थी, लेकिन वह ३ विकेट से मुकाबला हार गई। मैच के बाद वैâरेबियन खिलाड़ियों को मैदान में काफी निराश देखा गया। टीम के कप्तान रोवमैन पॉवेल ने मैच के बाद कहा, `मैच में अंत तक लड़ने के लिए खिलाड़ियों को श्रेय जाता है। एक बल्लेबाजी समूह के रूप में हम फेल रहे हैं। यह याद करने योग्य नहीं है। बीच के ओवरों में हमने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की। हमने लगातार विकेट खोए, जिससे अक्सर शानदार प्रदर्शन करने वाली हमारी बल्लेबाजी यूनिट की कमर टूट गई।
भयंकर टक्कर
इस मैच में दो टीमों के बीच आपस में टक्कर तो है, मगर मैच में दो खिलाड़ियों के बीच की टक्कर भी है और इतनी भयंकर कि चोटिल हो गए। एक ही टीम के दो गेंदबाज एक ही वैâच को लपकने दौड़े और आपस में टकरा गए। जी हां, यह वाक्या है दक्षिण अप्रâीका बनाम वेस्टइंडीज के मध्य मैच का। एंटीगुआ में क्षेत्ररक्षण करते हुए मार्को जेनसन और कागिसो रबाडा के बीच जोरदार टक्कर देखने को मिली। टीम के लिए पारी का ८वां ओवर कैप्टन एडेन मार्कराम डाल रहे थे। उनके इस ओवर में विपक्षी टीम के सलामी बल्लेबाज काइल मेयर्स ने एक जोरदार शॉट लगाया। यहां सीमा रेखा के पास तैनात जेनसन और रबाडा दोनों खिलाड़ियों ने कैच लपकने का प्रयास किया, लेकिन कैच पकड़ते हुए दोनों खिलाड़ी एक दूसरे को नहीं देख पाए। नतीजा यह रहा कि आपस में ही वह बुरी तरह से टकरा गए। चोट का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि घायल होने के बाद दोनों ही खिलाड़ी मैदान में कुछ देर दर्द से कराहते रहे। मैदान में आए फिजियो को जेनसन के हालात कुछ ज्यादा ही खराब लगे, जिसके बाद वह मैदान छोड़कर ड्रेसिंग रूम में चले गए।
उफ्फ वो रन आउट
वो रन आउट काफी दिनों तक सालता रहेगा वेस्ट इंडीज की टीम को। उसे भी जो जीत की दहलीज दिला न सका और जरा से डिस्टेंस से मात खा गया। यह दर्द रह-रहकर उठेगा। परेशान करता रहेगा। दक्षिण अप्रâीका बनाम वेस्टइंडीज का। खास मुकाबला था। इस मैच में जब वेस्टइंडीज की टीम बल्लेबाजी कर रही थी और १७ ओवर में ११७ रन बने थे। क्रीज पर आंद्रे रसेल और मौजूद थे। यहां से रसेल से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन १८वें ओवर की पहली गेंद पर रसेल रन आउट हो गए, जिसने मैच को पूरी तरह से पलट दिया। एनरिक नॉर्किया ने अपनी बेहतरीन रॉकेट थ्रो के जरिए रसेल को रन आउट कर दिया। रसेल रन आउट होने के बाद काफी निराश भी दिखी, यह एक ऐसा पल था, जिसने मैच को पलट कर रख दिया। क्योंकि रसेल विस्फोटक बल्लेबाज हैं, यदि एक-दो ओवर रसेल क्रीज पर रहते तो १५ रन कम से कम तो जरूर बनते और फिर मैच का नतीजा बदल सकता था।
(लेखक वरिष्ठ खेल पत्रकार व टिप्पणीकार हैं।)