मात्र ३०० सिम कार्ड ब्लॉक करने की शुरू हुई कवायद
सामना संवाददाता / मुंबई
साइबर सेल की तरफ से आए दिन साइबर ठगों से सावधान रहने की सलाह दी जाती है। ऑनलाइन ट्रांजेक्शन से सावधानी बरतने की बात कही जाती है, इसके बावजूद लोग ऐसी ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार हो रहे हैं। विशेष बात यह है कि अब इस जामताड़ा गैंग ने बेहद शातिर तरीके से मुंबई के पढ़े-लिखे लोगों को भी अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया है। इस क्रम में अब मुंबई का एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर भी इन ठगों का शिकार बन गया है। इसके बावजूद साइबर सेल के पास इस पर नकेल कसने की योजना नहीं है। अब जांच के बाद महज ३०० सिम कार्ड ब्लॉक करने की कवायद शुरू की है।
पश्चिमी उपनगर की एक वरिष्ठ नागरिक शिकायतकर्ता ने कहा कि व्हॉट्सऐप कॉल करने वालों ने बताया कि उनके फोन नंबर और आधार कार्ड मनी
लॉन्ड्रिंग मामले से जुड़े पाए गए हैं। ‘पुलिस अधिकारी’ ने कॉल को ‘सीबीआई अधिकारी’ को स्थानांतरित कर दिया, जिसने खुद को विशेष अधिकारी राजेश मिश्रा के रूप में पेश किया। उसने उसे बताया कि उससे पहले बात करने वाला पुलिसकर्मी प्रदीप सावंत, आईएनएस साइबर था। एफआईआर में कहा गया है कि मिश्रा ने उनके व्हॉट्सऐप नंबर पर अपनी और सावंत की आईडी भेजी। इसके बाद मदद के नाम पर २५ करोड़ का साइबर प्रâॉड किया गया। इसी तरह कुछ दिनों पहले भायखला की रहने वाली सॉफ्टवेयर इंजीनियर लड़की के पास एक कॉल आई। ठगों ने बताया कि लड़की का एक पार्सल जो वो ताइवान भेजना चाह रही थी वो रोक दिया गया है। उसने बताया कि पार्सल के अंदर पांच-पांच पासपोर्ट, कुछ नशीली चीजें और एक क्रेडिट कार्ड है। इस पर बताया गया कि लड़की की तरफ से कोई बुकिंग किया ही नहीं गया है। इसके बाद इस शख्स ने कॉल एक दूसरे शख्स को दी और बताया कि ये मुंबई पुलिस है, जो आपसे बात करना चाहती है। पुलिस की तरफ से जिसने बात की उसने कहा कि हम ये अवैध पार्सल बाहर नहीं भेज सकते और ये मामला नारकोटिक्स विभाग से जुड़ा हुआ है और इसलिए अब इस केस को नारकोटिक्स विभाग ही हैंडल करेगा। इसके बाद लड़की से उसका आधार नंबर पूछा। आधार नंबर जानने के बाद स्काइप से खाता खोल कर दो लाख से अधिक की ठगी की गई। इस तरह पिछले कुछ समय से मुंबई में साइबर ठगी के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
५ महीने में साइबर ठगी के २,१९७ मामले
साइबर ठग अलग-अलग तरीकों से अपना जाल बिछाते हैं। कभी शेयर ट्रेडिंग के नाम पर निवेशकों से ठगी तो कभी असली लगने वाली वेबसाइट की तरह ही फेक वेबसाइट डेवलप कर साइबर प्रâॉड किए जाते हैं, लेकिन सरकार इस पर काबू पाने में असफल है, जिसका नतीजा है कि पिछले पांच महीने में साइबर ठगी के २,१९७ मामले सिर्फ मुंबई में दर्ज किए गए हैं।
३०० सिम कार्ड ब्लॉक करने का भेजा प्रस्ताव
मुंबई साइबर सेल में साइबर फ्राॅड की शिकायतें लगातार मिल रही हैं। पिछले कुछ महीनों से मिली शिकायतों के आधार पर ३०० साइबर फ्राॅड के सिम कार्ड ब्लॉक करने का प्रस्ताव भारतीय दूरसंचार विभाग को भेजा गया है। इसके साथ ही हजारों नंबरों की पहचान की जा रही है। इनकी पहचान होते ही इन्हें भी ब्लॉक करने के लिए भेजा जाएगा।