सामना संवाददाता / मुंबई
लोकसभा चुनाव में नवनीत राणा बुरी तरह हार गईं। देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात के बाद नवनीत राणा ने कहा कि उन्हें आजीवन इस बात का अफसोस रहेगा। लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार बीजेपी नेता नवनीत राणा ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद नवनीत राणा ने अमरावती लोकसभा चुनाव पर टिप्पणी की। उनकी इस टिप्पणी से राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि अमरावती में महायुति धर्म का पालन नहीं किया गया। बताया जाता है कि उन्होंने हार का ठीकरा फडणवीस पर फोड़ा है। उन्होंने कहा कि मैंने अपना कर्तव्य ईमानदारी से निभाया। नवनीत राणा ने कहा कि मैं अमरावती से नरेंद्र मोदी जी को सीट नहीं दे पाई, इसका मलाल मेरे दिल में जिंदगीभर रहेगा। लोकसभा के बाद हमारी मुलाकात नहीं हुई। हमने इस बारे में बात की कि चुनाव कैसे हुए। मेरे लिए अपने लोगों को यह बताना बहुत जरूरी था कि चुनाव के दौरान उन्होंने मुझे अमरावती में क्यों रोका, क्या हुआ, मैंने क्या गलत किया? २०२४ में मुझे मेरे लोगों ने रोक दिया। इन सब बातों पर चर्चा हुई। देवेंद्र फडणवीस मेरे नेता हैं। उनसे मिलकर अच्छा लगा। नवनीत राणा ने कहा कि चुनाव के २३ दिन बाद मेरी उनसे मुलाकात हुई।
आपने बच्चू कडू के बारे में क्या कहा?
नवनीत राणा से लोकसभा चुनाव में बच्चू कडू की भूमिका के बारे में पूछा गया। मुझे नहीं लगता कि मैं इस बारे में कुछ कहूंगा।