मनपा लगाएगी स्विस तकनीकी से सेफ्टी नेट
सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबईकरों की जिन्दगी के साथ शिंदे सरकार मनपा किस कदर खेल रही है इसका एक उदहारण सामने आया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई में ऐसीे ३१ जगहों को चिन्हित किया गया है जहां खतरनाक भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। हैरान करनेवाली बात यह है कि राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने खुद इस बात की जानकारी दी। सवाल उठता है कि जब मानसून में शासन-प्रशासन को इस बात की जानकारी है तो क्या वह किसी बड़ी दुर्घटना होने का इंतजार कर रहा है? शिंदे ने यह कहते हुए इस मुद्दे को समाप्त कर दिया कि भूस्खलन को रोकने के लिए मनपा इस साल नवीनतम स्विस तकनीक से सेफ्टी नेट लगाएगी।
शिंदे ने किया दौरा
बता दें कि मुख्यमंत्री शिंदे ने घाटकोपर इलाके में असल्फा गांव का दौरा किया और मुंबई में खतरनाक भूस्खलन के बारे में जानकारी ली। मुंबई के इस इलाके में हर साल भूस्खलन की दुर्घटनाएं होती रहती हैं। इसलिए मनपा ने मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे की तर्ज पर यहां पर भी स्विस तकनीक से सुरक्षा जाल लगाने का निर्णय लिया है।
घाटकोपर है अतिसंवेदनशील इलाका
भूस्खलन को लेकर मुंबई के असल्फा इलाका को बेहद संवेदनशील माना जाता है। यहां स्थित पहाड़ी से इसी साल अप्रैल माह में हिमालय सोसाइटी के पास भूस्खलन हुआ था, जब सोसाइटी से सटी पहाड़ी से लगभग १२ किलोग्राम वजनी एक पत्थर लुढ़ककर झुग्गी के पास रिटेनिंग वॉल से आगे गिर गया। हालांकि, इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ और एहतियात के तौर पर लगभग एक दर्जन झोपड़ियों को खाली करा दिया गया था। इसी घटना के बाद पास की बिल्डिंग में दरारें आ गई थीं, जिसे मनपा ने खाली करने का आदेश दिया था।
कैसे लगाए जाते हैं स्विस तकनीक से जाल?
एक अधिकारी के अनुसार, भूस्खलन से सुरक्षा के लिए स्विस तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस तकनीक के अनुसार,मि जाल को चट्टान के आठ मीटर अंदर सुरक्षित तरीके से स्थापित किया जाता है। इससे यहां सुरक्षा बढ़ जाती है। यह काम मुंबई की उन सभी ३१ जगहों पर चल रहा है जो खतरनाक जगहें हैं। प्रशासन ने कहा कि यह काम ‘व्रैâक-प्रâी मुंबई’ के लक्ष्य के साथ चल रहा है।