ग्लोबल वॉर्मिंग से पूरी दुनिया परेशान है। इसकी वजह से कभी ठंड, कभी गर्मी, भारी बारिश या तूफान से तबाही मच रही है। इनमें से एक ग्लोबल टेंपरेचर की बढ़ोतरी भी है। अब इस पर रोक लगाने के लिए डेनमार्क गजब का नियम लागू करने वाला है। डेनमार्क में अब गाय, भेड़ और सूअर गैस छोड़ेंगे तो पशुपालकों को जुर्माना देना होगा। पशुपालकों के लिए १०० डॉलर (लगभग ८३४३.६५ रुपए) का टैक्स वहन करना होगा। चौंकिए मत, डेनमार्क यह नियम २०३० से लागू करने जा रहा है। पशुपालकों को इसके बाद टैक्स वहन करना होगा। गाय, भेड़ और सूअरों से उत्सर्जित ग्रीनहाउस गैसों के लिए टैक्स वसूला जाएगा। ऐसा नियम लागू करने वाला डेनमार्क इकलौता देश होगा। डेनमार्क का लक्ष्य मीथेन उत्सर्जन को कम करना है। मीथेन उत्सर्जन के कारण ग्लोबल टेंपरेचर में बढ़ोतरी होती है, जिससे ग्लेशियरों के पिघलने का खतरा होता है। मीथेन को तापमान में बढ़ोतरी के लिए शक्तिशाली गैसों में से एक माना जाता है। डेनमार्क के कराधान मंत्री जेप्पे ब्रुस की ओर से इसकी पुष्टि की गई है।