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राजस्थान का रण : कितनी बार राजनीति छोड़ेंगे मीणा?

गजेंद्र भंडारी
राजस्थान सरकार में कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा के इस्तीफे को लेकर राजनीति अभी थमी भी नहीं थी कि उन्होंने एक और बड़ा बयान दे दिया है। अब किरोड़ीलाल मीणा ने राजनीति छोड़ने को लेकर बड़ा एलान किया है। किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि आपने ऐसे नेता को सांसद चुन लिया है, जो कभी जनता के बीच आएगा नहीं। आप लोगों ने जौनपुरिया को हरा दिया, जो हमेशा जनता के बीच रहते हैं। टोंक-सवाई माधोपुर के सांसद हरीश मीणा से अगर कोई उनका फोन नंबर भी ले ले तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। लोकसभा चुनावों के दौरान किरोड़ीलाल मीणा ने कहा था कि अगर बीजेपी उम्मीदवार दौसा सीट हारा तो वे मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। इसके बाद उन्होंने घोषणा की थी कि पीएम मोदी ने उन्हें ७ सीटों की जिम्मेदारी दी है। इन सीटों में से अगर एक भी सीट पर बीजेपी हारी तो वो मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। इन सात सीटों में से बीजेपी ४ सीटें हार गई जिनमें दौसा, करौली-धौलपुर, टोंक-सवाई माधोपुर और भरतपुर सीट शामिल है। इसके बाद से किरोड़ी से इस्तीफे की लगातार मांग की जा रही है।

 

किसानों के मामले को लेकर घेरा
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा टोंक में आयोजित एक राजकीय समारोह में ६५ लाख किसानों को किसान सम्मान निधि योजना के तहत राशि जारी करने पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा पर तीखा हमला बोला है। डोटासरा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव के दौरान किसानों से प्रति वर्ष १२,००० रुपए की सम्मान निधि देने का वादा किया था, जिसे हाल ही में घटाकर ८,००० रुपए कर दिया गया है। इसके बावजूद केवल १,००० रुपए की राशि ही किसानों को प्रदान की गई है, जो भाजपा की वादा खिलाफी को दर्शाता है। डोटासरा ने आगे कहा कि भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में गेहूं के समर्थन मूल्य पर ३०० रुपए बोनस देने का वादा किया था, उसे भी निभाया नहीं गया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने सत्ता में आने से पहले किसानों के कर्ज को माफ करने के कई बयान दिए थे, लेकिन सत्ता में आने के बाद एक पैसा भी माफ नहीं किया गया। इसके बजाय कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि कर्ज नहीं चुकाना किसानों की आदत हो गई है।

सरकार पर भड़के पायलट
नीट परीक्षा को मुद्दा बनाते हुए सचिन पायलट ने कहा कि नीट यूजी परीक्षा को लेकर देश के युवाओं में आक्रोश और भ्रम का माहौल है। सरकार से लोगों का भरोसा उठ गया है। समस्या का समाधान करने की बजाय यह सरकार बस लीपापोती करने का काम कर रही है। आजादी के बाद पहली बार ऐसा देखा जा रहा है, जब देश में इतनी बढ़ी संख्या में बेरोजगारी है। राजस्थान की नई सरकार से उम्मीद है कि वो इन युवाओं को रोजगार देने के लिए जल्द कोई ठोस कदम उठाएगी। पायलट ने राहुल गांधी को सदन में विपक्ष का नेता चुने जाने पर कहा कि राहुल गांधी को सदन में नेता विपक्ष चुने जाने से कांग्रेस ही नहीं, बल्कि पूरा विपक्ष ऊर्जा से भर गया है। राहुल गांधी ने सरकार को हमेशा चुनौती दी और पारदर्शिता के लिए संघर्ष किया। सड़क से लेकर संसद तक लोगों की आवाज बनने का काम किया है। उन करोड़ों लोगों के अंदर विश्वास पैदा हुआ है, जिन्होंने लोकतंत्र को जीवित रखने के लिए इंडिया अलायंस को वोट दिया था। बि़ड़ला के चुनाव पर पायलट ने कहा कि ये सरकार गठबंधन की सरकार है। किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है। हमारा संख्या बल दोगुना हुआ है। एनडीए ने सरकार तो बना ली है, लेकिन भविष्य में क्या होगा ये कोई नहीं जानता।

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