सामना संवाददाता / मुंबई
चेंबूर ट्रॉम्बे एजुकेशन सोसाइटी के एन.जी आचार्य और डी.के मराठे कॉलेज ने २७ जून को एक नोटिस जारी किया, जिसमें कहा गया है कि छात्रों को कॉलेज परिसर में औपचारिक और शालीन पोशाक पहननी चाहिए। कॉलेज ने छात्रों के फटी जींस, टी-शर्ट, गरिमाहीन कपड़े और जर्सी जैसे कपड़े पहनने पर रोक लगा दी है। इसे लेकर धर्म या सांस्कृतिक असमानता का हवाला दिया गया है। बता दें कि इसी कॉलेज ने पहले हिजाब पहनने पर प्रतिबंध लगाया था। नोटिस में आगे कहा गया है कि छात्र आधी या पूरी बाजू की कमीज और पेंट पहन सकते हैं। इसमें कहा गया कि लड़कियां कोई भी भारतीय या पश्चिमी पोशाक पहन सकती हैं। चेंबूर स्थित इस कॉलेज में शिवाजी नगर, गोवंडी और मानखुर्द इलाकों के मुस्लिम समुदाय के कई छात्र पढ़ते हैं। नोटिस में यह भी कहा गया कि ७५ प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य है। कॉलेज संचालन परिषद के महासचिव सुबोध आचार्य ने कहा कि यह कोई नया नोटिस नहीं है। हम छात्रों से केवल ड्रेस कोड का पालन करने के लिए कह रहे हैं, जिसमें कहा गया है कि वे भड़काऊ कपड़े न पहनें। हम छात्रों से साड़ी या किसी विशेष रंग की पोशाक पहनने के लिए भी नहीं कह रहे।