आयुक्त को सौंपा ज्ञापन, जन आंदोलन की दी धमकी
अनिल मिश्रा / उल्हासनगर
उल्हासनगर में विगत कुछ माह पूर्व एक नशेड़ी कारचालक ने एक ऑटोरिक्शा, बाइक व पैदल चलने वाले को उड़ा दिया था। इस हादसे में तीन से चार लोगों की जान गई थी। पुलिसिया जांच के दौरान कार में कुछ पाउडर मिला था। ठीक ऐसी ही एक दुर्घटना पुणे में हुई थी। वहां नशे की हालत में एक नाबालिग युवक द्वारा हिट और रन का मामला पूरे महाराष्ट्र को हिलाकर रख दिया। इस मामले को लेकर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष की नेता सुषमा अंधारे और आमदार धानगेकर ने आक्रामक रुख अपनाया। उसके बाद पुणे पुलिस विभाग और इक्साइज विभाग द्वारा अवैध डांस बार, पब और ढाबे से बांधे गए रिश्वत की पोल खुल गई। इस घटना के चलते शिंदे सरकार की फजीहत हो गई।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मनपा सहित पुलिस विभाग को सख्त कार्रवाई का आदेश दिया था, परंतु उस आदेश का कोई खास असर दिखाई नहीं दिया। उल्हासनगर मनपा प्रशासन ने सिर्फ दो डांस बारों पर दिखावटी कार्रवाई कर अन्य करीब बारह डांस बारों को नोटिस देकर हमेशा की तरह कागजी जांच का बहाना लेकर मामले की लीपापोती करने में लगी है। इस बात से विचलित होकर कल्याण जिलाप्रमुख व पूर्व सभाग्रह नेता धनंजय बोड़ारे, उप जिलाप्रमुख राजेंद्र साहू, उप शहरप्रमुख दिलीप मिश्रा, शिवाजी जावले, राजन वेलकर, विभागप्रमुख सुरेश पटेल, दशरथ चौधरी, युवा सेना उपशहर अधिकारी महेश फुंदे सहित दर्जनों अधिकारी के साथ मनपा आयुक्त अजीज शेख से मुलकात की। इस दौरान अवैध डांस बार, लॉजिंग बोर्डिंग पर कार्रवाई करने की बात कही गई अन्यथा सड़क पर उतर कर शिवसेना स्टाइल में जनता को साथ लेकर जनहित आंदोलन करने की चेतावनी दी गई।
कल्याण जिलाप्रमुख धनंजय बोडारे ने बताया कि आज उल्हासनगर में नशा की मंडी बन गई है। नशाखोरी के कारण उल्हासनगर में अपराध काफी बढ़ा है। पुलिस को भी चेतावनी दी कि नशा के सौदागरों को संरक्षण देने की बजाय उन पर कठोर कार्रवाई करें, अन्यथा शिवसेना उग्र आंदोलन करेगी। वैसे इसके पहले शिवसेना के द्वारा नशा के अड्डों को बंद करने को लेकर शिवसेना कई बार जन आंदोलन कर चुकी है। शर्मनाक बात तो यह है कि पुलिस कठोर कार्रवाई के बदले मानो संरक्षण दे रही है। कल्याण जिलाप्रमुख धनंजय बोडरे के ज्ञापन व मुलाकात को मनपा आयुक्त अजीज शेख ने गंभीरता से लेते हुए अवैध डांस बार पर तोड़क कार्रवाई करने का संबंधित विभाग को आदेश दिया।