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महंगाई से जनता त्रस्त, सरकार वसूली में मस्त! …मविआ विधायकों ने सरकार के खिलाफ लगाए नारे

सामना संवाददाता / मुंबई
मानसून सत्र के आठवें दिन राज्य में बढ़ती महंगाई के खिलाफ महाविकास आघाड़ी विधानमंडल परिसर में आक्रामक हो गई। विपक्षी दल के विधायकों ने सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया और ‘आम आदमी कमाता है पाई-पाई, उसे लूटकर खाती महायुति काल की महंगाई ‘ ‘सरकार ने लुटा सरकारी खजाना, जनता के हाथ में दी महंगाई’, ‘महंगाई से जनता त्रस्त, महायुति सरकार वसूली में मस्त’ जैसे नारे लगाए। इसके साथ ही आंदोलन में शामिल नेता सब्जियां हो गईं महंगी, अनाज हो गए महंगें, खाद बीज भी हुए महंगे, मध्यम वर्ग महंगाई से टूटा जैसे लिखे फलक हाथ में लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
अन्नदाता भटक रहा दर-दर
मानसून सत्र के सातवें दिन राज्य में दुग्ध उत्पादक किसानों के दूध का उचित मूल्य देने की प्रमुख मांग को लेकर महाविकास आघाड़ी विधानसभा में आक्रामक हो गई। महाविकास आघाड़ी के घटक दलों के विधायकों ने हाथ में दूध की बोतल और छड़ी लेकर ‘रामकृष्ण हरि किसान भटक रहा दर-दर’ जैसे नारे लगाते हुए विधानमंडल की सीढ़ियों पर सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया।
सरकार को है धिक्कार
विपक्ष ने हमला बोला कि धिक्कार है, उस सरकार को जो दूध का उचित दाम नहीं दे रही है। धिक्कार है उस सरकार को जो किसान के साथ अन्याय कर रही है। धिक्कार है उस सरकार को जो किसान को धोखा दे रही है। किसान दर-दर भटक रहा और सरकार अपना और अडानी का पेट भर रही है।

मुझपर एकतरफा कार्रवाई की गई -दानवे
मुझ पर एकतरफा कार्रवाई हुई। मैं अब तीन दिन का कसर पूरा करूंगा। यह कहते हुए विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए चेतावनी दी। अंबादास दानवे निलंबन के तीन दिन बाद कल से सदन में उपस्थित हुए। उससे पहले वे विपक्ष के आंदोलन में शामिल हुए। गत गुरुवार को सदन में हुई नोकझोंक के बाद अंबादास दानवे को निलंबित कर दिया गया था। हालांकि उपसभापति को खेद-भरा पत्र दिए जाने के बाद उनके निलंबन को वापस ले लिया गया। इसके बाद वे कल सदन में उपस्थित हुए। इस बीच उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि विरोधी पक्ष नेता के बिना सदन को चलाना एक तरह से गलत है। सदन को चलाने की जिम्मेदारी उपसभापति, सत्ताधारी, मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और अन्य सभी की होती है। हालांकि केवल मुझे अकेले को जिम्मेदार ठहराया गया।

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