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अरे वाह! … ‘मनपा से भूल हो गई!’ … वायकर को भी मिली क्लीन चिट

सामना संवाददाता / मुंबई
मपना की जमीन पर कब्जा कर होटल का निर्माण किए जाने पर ‘मिंधे’ गुट के सांसद रवींद्र वायकर के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी। इस मामले में अब मुंबई पुलिस ने उनके खिलाफ चल रहा केस बंद कर क्लीन चिट दे दी है। आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने क्लोजर रिपोर्ट दायर की है। विशेष बात यह है कि ईओडब्ल्यू की तरफ से इस केस को बंद करते समय कारण बताया है कि मनपा की ओर से दायर शिकायत अधूरी जानकारी और गलतफहमी पर आधारित थी।
रवींद्र वायकर ने मनपा के साथ समझौते का उल्लंघन कर जोगेश्वरी में एक लक्जरी होटल का निर्माण किया था। इस मामले में मनपा की तरफ से शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद ईओडब्ल्यू ने जांच शुरू की गई थी। इस मामले की जानकारी देते हुए एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि क्लोजर रिपोर्ट कोर्ट में प्रस्तुत की गई है। हम इस बारे में आगे के निर्देश की प्रतीक्षा कर रहे हैं। कोर्ट में दायर सी-समरी रिपोर्ट में अधिकारी ने बताया है कि मनपा की ओर से दायर की गई शिकायत अधूरी जानकारी और गलतफहमी पर आधारित थी। सी-समरी रिपोर्ट उन मामलों में दायर की जाती है, जहां एफआईआर में तथ्य की गलती पाई जाती है। शिकायतकर्ता अधिकारियों और आरोपी पक्षों के बयान दर्ज करने और मनपा के दस्तावेजों की जांच करने के बाद ऐसा लगता है कि वायकर और अन्य आरोपियों द्वारा विकास नियंत्रण और संवर्धन विनियमन के तहत होटल के निर्माण की अनुमति लेने का मामला आपराधिक नहीं है, बल्कि यह एक प्रशासनिक शिकायत है। यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि मामले में आरोपी लोगों को कोई लाभ मिला है या नहीं।
बस दाऊद को क्लीन चिट देना बाकी!
यह सरकार सभी भ्रष्ट अधिकारियों को अपनी पार्टी में लेकर अपनी ताकत बढ़ा रही है। इन सभी भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई, उनमें वायकर भी हैं। वे डर के मारे भाग निकले। अब उन्हें क्लीन चिट दे दी गई है। मोदी और राज्य सरकार के बीच और क्या होगा? अब बस दाऊद को ही क्लीन चिट देना बाकी रह गया है। क्या यही कानून का राज है? उन्होंने कहा कि हमारे लोगों के खिलाफ मामले दर्ज करके और अपनी पार्टी में शामिल होने का दबाव बनाया। हम जैसे कुछ लोगों पर भी दबाव बनाया, लेकिन उनके आगे हम नहीं झुके। पर कुछ लोगों का कलेजा चूहे का है। उनमें लड़ने की हिम्मत नहीं है, डर गए। ईडी की इस कार्रवाई के डर से मुख्यमंत्री अजीत पवार ने पार्टी बदली। संजय राऊत ने आरोप लगाया कि भाजपा ने डर दिखाने के लिए उन पर झूठे मुकदमे दर्ज कराए।

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